बचपन में छिने मां-बाप, बस में कॉस्मेटिक बेच गुजारे दिन; इस फिल्म से बदली किस्मत आज बना करोड़ों का मालिक
फिल्म इंडस्ट्री में आना और अपना करियर बनाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। यहां तक आने के लिए लोगों को न जाने कितनी मेहनत करनी पड़ती है, तब जाकर एक सफल मुकाम हाथ लगता है। आज हम आपको बॉलीवुड के एक ऐसे ही एक्टर से मिलाएंगे, जिसने सफलता पाने के लिए पूरी मेहनत और लगन से काम किया लेकिन वह मुकाम नहीं मिल सका जिसका वो हकदार था। हम बात कर रहे हैं फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' के सर्किट यानी अरशद वारसी (Arshad Warsi) की। अरशद को सर्किट के किरदार ने खूब पॉपुलैरिटी दिलाई। लोग उनके किरदार को आज भी खूब पसंद करते हैं, लेकिन उन्होंने लगातार 8 फ्लॉप फिल्में भी दीं। इसके बाद उन्हें तीन साल तक काम नहीं मिला।
छोटी सी उम्र में बनना पड़ा सेल्समैन
अरशद वारसी की पर्सनल लाइफ काफी स्ट्रगल से भरी रही है। उन्होंने महज 18 साल की उम्र में ही अपने मां-बाप को खो दिया था। पेट पालने और घर चलाने के लिए उन्हें सेल्समैन बनना पड़ा। अरशद वारसी ने बस और ट्रेनों में कॉस्मेटिक बेचना शुरू कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरशद को बचपन से डांस करने का शौक था इसलिए उन्होंने कोरियोग्राफी में हाथ आजमाया। इसके बाद किस्मत उन्हें फिल्मों में ले आई।
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इस फिल्म से किया था डेब्यू
अरशद वारसी ने अपना बॉलीवुड डेब्यू 'तेरे मेरे सपने' से किया। उनकी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। हालांकि इसके बाद उनकी लगातार आईं 8 फिल्में फ्लॉप साबित हो गईं। यही वजह है कि एक्टर को इंडस्ट्री में काम मिलना बंद हो गया। इसके बाद उन्हें साल 2003 में राजकुमार हिरानी की फिल्म मिली जिसने उनकी किस्मत को पलट दिया। फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' में उनकी और संजय दत्त की जोड़ी को फैंस ने काफी पसंद किया था।
इस फिल्मों में आ चुके हैं नजर
अरशद वारसी ने अपने करियर में कॉमेडी फिल्म गोलमाल फ्रेंचाइजी, जॉली एलएलबी, टोटल धमाल जैसी कई सुपरहिट फिल्में की हैं। उनकी वेब सीरीज 'असुर' को भी काफी पॉपुलैरिटी मिली है। अब अरशद फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपनी फिल्मों के लिए वह 2-4 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं।