लंबे इंतजार के बाद चमकी पंकज त्रिपाठी, विक्रांत मेस्सी, गजराव राव की किस्मत, इन एक्टर्स 35 के बाद मिली पहचान
Bollywood actors fame after 35: 12th फेल के बाद एक्टर विक्रांत मेस्सी का नाम अब उन एक्टर्स में शुमार हो गया, जो अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, लेकिन कम ही लोग होंगे, जिन्हें विक्रांत का इससे पहले का काम या फिल्में याद होंगी।
विक्रांत की तरह पकंज त्रिपाठी को भी वेब सीरीज 'मिर्जापुर' में कालीन भैया के किरदार से पहचान मिली। जबकि उसके पहले वो कई बॉलीवुड फिल्मों में सपोर्टिंग रोल में दिख चुके थे। किरण खेर, बोमन ईरानी और गजराज राव जैसे कई ऐसे एक्टर्स हैं, जिनके काम को 40 के उम्र के बाद पहचान मिली। जानिए इन स्टार्स की किस्मत चमकने के पीछे की कहानी।
हिट रही विक्रांत की फिल्में पर फिर भी छुपी रही पहचान
फिल्मों में आने से पहले विक्रांत मेस्सी बालिका बधू, धरम वीर, कुबूल है जैसे कई टीवी सीरियल्स में दिख चुके थें। टीवी पर जाना-मान चेहरा होने के बावजूद बॉलीवुड में विक्रांत को नाम से पहचाने जाने के लिए बहुत स्ट्रगल करना पड़ा।
12th फेल से पहले विक्रांत दिल धड़कने दो, छपाक, गैसलाइट, क्रिमिनल जस्टिस, लव हॉस्टल, हाफ फुल और मिर्जापुर जैसे कई फिल्मों और वेब सीरिज में दिख चुके थे, लेकिन बावजूद इसके विक्रांत को ऐसी कहानी की जरूरत थी, जिससे वो ऑडियंस के ऊपर खुद की छाप छोड़ पाए। आखिरकार 12th फेल वो फिल्म बनी, जिससे विक्रांत मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर छा गए।
लोगों को याद नहीं रहे पंकज त्रिपाठी के ये किरदार
क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड के फेमस और X फैक्टर वाले एक्टर पंकज त्रिपाठी ने रन फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इसके अलावा वो ओमकारा, मिथ्या, रावण और मसान जैसी फिल्मों में भी छोटे-छोटे किरदार में दिखे थे।
पंकज को गैंग्स ऑफ वासेपुर के सुल्तान और मिर्जापुर के कालीन भैया के किरदार से पहचान मिली। गैंग्स ऑफ वासेपुर में उन्होंने कसाई और मिर्जापुर में वो मापि के किरदार में दिखे थे।
इन रोल्स में नहीं पहचाने गए थे नवाजुद्दीन सिद्दीकी
नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी उन नामों में से एक है, जिन्हें पहचान बनाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। लोगों के बीच 'सबका बदला लेगा तेरा फैजल' से मशहूर हुए नवाज को गैंग्स ऑफ वासेपु', मंटो और बदलापुर, किक जैसी फिल्मों से पहचान मिली।
आप में से कम लोग ही जानते होंगे कि नवाज ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म सरफरोश से की थी। इस फिल्म में उन्होंने जेल में सजा काट रहे क्रिमिनल के किरदार में दिखे थे। इसके अलावा उन्होंने शूल में वेटर और मुन्नाभाई एमबीबीएस में चोर की भूमिका निभाई थी।
27 साल बॉलीवुड में काम करने के बाद चमकी गजराव राव की किस्मत
कहने को तो फिल्म बधाई हो में गजराव राव और नीना गुप्ता सपोर्टिंग एक्टर थे, लेकिन लोगों के लिए उन्होंने फिल्म में लीड किरदार निभाया था।
गजराव के इस किरदार का लोगों पर कुछ ऐसा असर रहा कि उन्हें गूगल पर सर्च कर के जानने की कोशिश की जाने लगी। फिल्म बधाई हो के समय गजराज 47 साल के थे। इंडस्ट्री में 27 सालों तक काम करने के बाद इंडस्ट्री में उनके नाम और काम को पहचान मिली।
फिल्म 'देवदास' से पहचानी गईं किरण खेर
अनुपन खेर की पत्नी किरण खेर का भी नाम उन एक्टर्स में शुमार है, जो बॉलीवुड में कई सालों तक गुमनाम रहीं। किरण को पहचान मिली फिल्म देवदास से, जिसमें लोगों ने उन्हें बहुत पसंद किया। इस फिल्म में उन्होंने ऐश्वर्या राय की मां का किरदार निभाया था।
मुन्ना भाई एमबीबीएस से पहचाने गए बोमन
बोमन ईरानी ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 2001 में आई फिल्म Everybody Says I'm Fine! से की। उससे पहले वो फैमिली का बेकरी बिजनेस चलाते थे। बॉलीवुड में बोमन ईरानी को चौथी फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस से पहचान मिली। इस फिल्म में उन्होंने एक मेडिकल कॉलेज की डीन का किरदार निभाया, जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया।