'अब कोई शोक नहीं...', मां का हुआ निधन, 10 दिन बाद Farah Khan ने हिम्मत जुटाकर लिखा भावुक पोस्ट
Farah Khan Emotional Post: बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर फराह खान ने हाल ही में अपनी मां को खोया है। अब मां का साया सिर से उठने पर फराह खान दुख में डूबी हुई हैं। कल उनके भाई साजिद खान ने मां को याद करते हुए अपने बचपन की एक तस्वीर शेयर कर भावुक पोस्ट किया था। अब मां के निधन के 10 दिन बाद फराह भी इमोशनल हो गई हैं। उन्होंने मां मेनका ईरानी को याद करते हुए अब उन्हें लेकर एक लम्बा-चौड़ा पोस्ट लिखा है। कई यादें भी हैं जो अब फराह ने दुनिया के साथ शेयर की हैं।
फराह खान ने मां के लिए किया पोस्ट
कुछ देर पहले फराह खान ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। बचपन से बड़े होने तक उनका अपनी मां के साथ कैसा बॉन्ड था वो इन तस्वीरों में दिखाई दे रहा है। इस खूबसूरत यादों को शेयर करते हुए फराह ने जो लिखा है उसे पढ़कर आप भी इमोशंस में बह जाएंगे। उन्होंने लिखा, 'मेरी मां बहुत अलग इंसान थीं... उन्हें अपने आस-पास कोई लाइमलाइट नहीं चाहिए थी। अपने शुरुआती जिंदगी में उन्होंने जिन मुश्किलों का सामना किया, उसके बावजूद उनके मन में किसी के लिए कोई कड़वाहट या जलन नहीं थी। जो भी उनसे मिला, उसे उनसे प्यार हो गया और महसूस किया कि हमें सेंस ऑफ ह्यूमर कहां से मिलता है।'
मुश्किल घड़ी में किया लोगों का शुक्रिया
फराह ने आगे कहा, 'वो साजिद और मुझे मिलाकर भी कहीं ज्यादा फनी और विटी थीं। मुझे नहीं पता कि वो उस प्यार और संवेदना को देख पा रही हैं या नहीं, जो उनके लिए आई हैं... न सिर्फ हमारे दोस्तों और परिवार से, बल्कि उनके साथ काम कर चुके कई लोगों से और हमारे घर में काम करने वाले लोग ये बताने के लिए आए कि कैसे मेरी मां ने उन्हें लोन में मदद की या पैसे भेजे थे... वो भी कभी वापस न लेने की उम्मीद से। उन सभी को शुक्रिया जो इस दुख की घड़ी में हमारा साथ देने हमारे घर आए... उन सभी को भी जिन्होंने हमें मैसेज किया और अभी भी कर रहे हैं।'
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दिल में दर्द लिए काम पर लौटीं फराह खान
फराह खान ने अपने नोट में आगे कहा, 'नानावटी हॉस्पिटल के उन सभी डॉक्टर्स और नर्स को शुक्रिया जिन्होंने हर दिन अपनी बेहतरीन कोशिशें की। चंडीगढ़ के उन डॉक्टर्स के भी हम शुक्रगुजार हैं जिनकी वजह से हम अपनी मां के साथ कुछ और दिन बिता सके। अब काम पर वापस लौटने का वक्त आ गया है। इसी चीज पर उन्हें हमेशा गर्व था। हमारा काम! मुझे ठीक होने के लिए अब वक्त नहीं चाहिए, ये दुख अब हमेशा हमारे दिलों में रहेगा। मुझे अब उन्हें मिस नहीं करना है क्योंकि वो मेरा ही एक हिस्सा हैं। मैं यूनिवर्स की शुक्रगुजार हूं कि उसने उन्हें मेरी मां बनने दिया और हमें उनकी देखभाल करने दी, जिस तरह से उन्होंने अकेले ही पूरी जिंदगी हमारी देखभाल की.. अब कोई शोक नहीं.. मैं हर दिन उसका जश्न मनाना चाहती हूं.. आप सभी का शुक्रिया..।'