Fateh Movie Review: क्या फैंस के दिल को 'फतेह' कर पाए सोनू सूद या नहीं? पढ़ें रिव्यू
Fateh Movie Review: (Navin Singh Bhardwaj) वो कहते हैं ना पहला हमेशा पहला ही होता है। चाहें वह कोई चीज हो या काम, हमारे लिए वो बेहद ही प्रिय होता है। बॉलीवुड के वर्सटाइल एक्टर और आम जानता के मसीहा सोनू सूद ऐसा ही कुछ करते नजर आए हैं। सोनू सूद पहली बार अपनी डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म के साथ सिनेमाघरों में अपनी फिल्म 'फतेह' के जरिए नजर आ रहे हैं। आखिर कैसी है सोनू सूद की ये एक्शन से भरपूर फिल्म पढ़िए News24 का रिव्यू...
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म 'फतेह' की कहानी शुरू होती है पंजाब के छोटे से पिंड मोग्गा से जहां फतेह (सोनू सूद) अपना छोटा सा डेरी फॉर्म चलता है। फतेह का कोई परिवार नहीं है, इसलिए वो वहीं पास में निमृत (शिव ज्योति राजपूत) के घर रेंट पर रहता है। गांव में निमृत पेशे से लोगों का लोन ऐप के जरिए लोन पास करवाती है और ऐसे शुरू होती है कहानी। इस फेक लोन ऐप से लोगों को लोन तो मिल जाता है लेकिन उसका ब्याज इतना होता है कि लोग लोन जब तक चुका पाते इस लोन ऐप के सरगना से लोगों को धमकियां मिलनी शुरू हो जाती हैं। ऐसे में निमृत के पास कई लोगों की शिकायत आनी शुरू हो जाती है, जिसकी वजह से निमृत अपना पिंड छोड़ इस लोन ऐप के हेड ऑफिस दिल्ली चली जाती है। दिल्ली जाने के बाद उसकी कोई खबर नहीं आती।
उधर, निमृत की मां फतेह से मदद मांगती है। रिसर्च करने से फतेह को पता चलता है कि ये फेक लोन ऐप और साइबर माफिया का एक पूरा सरगना है, जिसे रेजा (नसीरुद्दीन शाह) और उसका साथी सत्यप्रकाश (विजय राज) चलता है। निमृत की खोज में फतेह दिल्ली रवाना हो जाता है, जहां वह इंटरनेट हैकर खुशी (जैकलीन फर्नांडिस) से मिलता है और दोनों मिल कर निमृत का पता लगाते हैं और रेजा का पर्दाफाश करना चाहते हैं। क्या फतेह की फतेह निमृत को ढूंढने और साइबर माफिया का पर्दाफाश करने से होगी? यह जानने के लिए आपको अपने नजदीकी सिनेमाघरों का रुख करना होगा।
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डायरेक्टर, राइटिंग और म्यूजिक
सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' काफी समय से चर्चा में थी। अब यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को सोनू सूद ने लिखा और प्रोड्यूस किया है। फिल्म के डायरेक्टर भी वही हैं। सोनू ने फिल्म का टॉपिक अच्छा चुना है। फिल्म की कहानी अच्छी है, एक्टर्स बेहतरीन हैं लेकिन डायरेक्शन के मामले में फिल्म थोड़ी हल्की है। साइबर माफिया की कहानी को वॉइस ओवर में बार-बार समझाना कन्विंसिंग लगा। फतेह की बैकग्राउंड स्टोरी थोड़ी वीक लगी पर वो अनदेखा किया जा सकता है।
फिल्म 'फतेह' में सोनू सूद के अपोजिट जैकलीन फर्नांडिस हैं, जिनके साथ अगर एक रोमांटिक सॉन्ग होता तो अच्छा होता। हां फिल्म का एक हिसाब बहुत बढ़िया है और वो है एक्शन सीक्वेंस। सोनू ने फिल्म में एक्शन सीक्वेंस भर-भर के रखे हैं। जहां 'एनिमल' के बाद साउथ की फिल्म 'मार्को' में वायलेंस दिखाया गया है, वहीं 'फतेह' में काफी वायलेंस पेश करने की कोशिश की गई है। एक्शन हो या इमोशन सीक्वेंस फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर और फिल्म के गाने अच्छे हैं। अरिजीत सिंह की आवाज “फतेह कर फतेह” अच्छी है पर पूरे गाने की उम्मीद फिल्म में ना रखे।
स्टार्स की एक्टिंग
काफी लंबे समय के बाद सोनू सूद बतौर लीड एक्टर इस फिल्म में नजर आ रहे हैं। सोनू इस फिल्म को ऑन करते हैं इसलिए लाजिमी है की कहानी उनके इर्द-गिर्द होगी। सोनू ने एक्टिंग अच्छी की है। वहीं फाइट सीक्वेंस में कमाल का काम किया है। वहीं दिब्येंदु भट्टाचार्य, नसीरुद्दीन शाह और विजय राज ने भी अच्छा काम किया है लेकिन उन्हें स्क्रीन स्पेस थोड़ा कम मिला है। नसीरुद्दीन शाह का पूरी फिल्म में एक ही कमरे में एक ही को-स्टार से बात करते देखना थोड़ा अजीब था।