होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

सनी देओल के लिए पिता में क्रेज था ज्यादा, बेटे ने पूरे गांव को ट्रैक्टर में लादा और फिर एक साथ मचाया Gadar

09:30 PM Aug 18, 2023 IST | Nancy Tomar
Gadar 2 film shown by villagers
Advertisement

Gadar 2: इन दिनों हर तरफ सनी देओल की ‘गदर 2’ ने तहलका मचा रखा है। फिल्म के लिए फैंस में अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है। ‘गदर 2’ को देखने के लिए सिनेमाघरो में जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है।

Advertisement

लेकिन क्या आपने कभी कोई ऐसा व्यक्ति देखा है जो अपने पिता की स्मृति में पूरे गांव को ट्रैक्टर में बैठाकर फिल्म दिखाने के लिए धूमधाम से पीवीआर ले जाए। यदि आपका सोचना है कि ऐसा नहीं हो सकता तो जान लीजिए कि उज्जैन में एक बेटे ने अपने पिता की स्मृति में पूरे गांव को फिल्म गदर 2 दिखाई है।

यह भी पढ़ें- आलिया भट्ट-करीना कपूर ने सोशल मीडिया पर रख दी ऐसी डिमांड, हर कोई हुआ हैरान

सनी देओल के बहुत बड़े फैन रहे लक्ष्मीनारायण जाट

उज्जैन जिले की घटिया तहसील के गांव बकानिया में रहने वाले लक्ष्मीनारायण जाट सनी देओल के बहुत बड़े फैन है। सनी देओल से प्रेरित होकर उन्होंने गदर फर्स्ट में सनी देओल के द्वारा जो किरदार निभाया गया था, उसी किरदार में लक्ष्मीनारायण ने अपने फोटोग्राफ्स बनवाएं और लगवा भी दिए। वहीं, गांव के लोग लक्ष्मीनारायण को गदर के नाम से बुलाया करते थे।

Advertisement

कॉसमॉस मॉल में पीवीआर की बुकिंग

लक्ष्मीनारायण गदर-2 देखने के लिए बेताब थे, लेकिन इस बीच उनका निधन हो गया। लक्ष्मी नारायण के बेटे धर्मेंद्र जाट ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए पूरे गांव को सनी देओल की गदर-2 दिखाने का फैसला लिया और उज्जैन के कॉसमॉस मॉल में पीवीआर की बुकिंग कराने पहुंचे, लेकिन इतने लोगों की एक साथ टिकट की बुकिंग नहीं हो पाई। इसके बाद धर्मेंद्र ने सांवेर में स्थित मोती पीवीआर में टिकट बुक कराई और डीजे के साथ फिल्म गदर-2 के गाने बजाते हुए ग्रामीण फिल्म देखने सिनेमा हॉल पहुंचे।

गांव वालों ने रख दिया गदर सेठ नाम

धर्मेंद्र जाट ने बताया कि पिता स्वर्गीय लक्ष्मीनारायण जाट ने साल 2001 में सनी देओल की फिल्म ग़दर-2 देखी, तभी से वो उनके बड़े फैन बन गए थे। इसके बाद उसी दौरान पिताजी रोजाना गदर फिल्म देखने जाते थे। कभी दोस्त को ले जाते, तो कभी गांव में से किसी अन्य को ले जाते। इसके बाद भी पिताजी का फिल्म के प्रति मोह कम नहीं हुआ। उन्होंने एक टीवी और वीसीआर मंगवाकर गांव के मंदिर में लगवा दिया, जहां दिन भर गदर फिल्म चलती थी। पिता का गदर फिल्म की और लगाव देखकर गांव वालों ने उनका नाम ही गदर सेठ रख दिया था।

ट्रैक्टरों पर सवार होकर गदर 2 फिल्म देखने पहुंचे ग्रामीण

घट्टिया विधानसभा क्षेत्र के बकानिया गांव से 40 से अधिक ट्रैक्टरों पर सैकड़ों लोग सवार होकर गदर 2 फ़िल्म देखने सांवेर स्थित सिनेमा हॉल पहुंचे। ग्राम पंचायत सचिव जितेन्द्र सिंह सोलंकी ने जानकारी देते हुए बताया कि गांव में लक्ष्मीनारायण जाट थे जिन्हें गदर सेठ के नाम से भी जाना जाता था और उनका निधन आज ही के दिन हुआ था, इसलिए वो उनके पुत्र धर्मेंद्र जाट द्वारा सैकड़ों गांववासियों को ट्रैक्टर पर ले जाकर गदर 2 फिल्म को दिखाई गई।

(https://www.vidaliaonion.org/)

Open in App
Advertisement
Tags :
gadar 2Sunny Deol
Advertisement
Advertisement