स्कूल में होती थी बुलिंग; इस बीमारी से थे पीड़ित, Hrithik Roshan ने सालों बाद किया खुलासा
Hrithik Roshan Bullied By Seniors in School: बॉलीवुड के एवरग्रीन फेवरेट एक्टर ऋतिक रोशन ने करीब 24 साल पहले फिल्मों में अपना डेब्यू किया था। फिल्म थी 'कहो ना प्यार है', फिल्म में एक्टर की इतनी ज्यादा तारीफ हुई कि उस साल डेब्यू के सारे अवार्ड्स ऋतिक ने अपने नाम कर लिए। पिछले कई सालों से ऋतिक ने पर्दे पर एक के बाद सुपरहिट फिल्मों से अपने फैंस को एंटरटेन किया है। फिल्म 'कोई मिल गया' में उन्होंने एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया था जो मेंटली चेलेंज्ड था। उसका दिमाग किसी 11 साल के बच्चे जितना था। इस रोल से भी ऋतिक ने कामयाबी के सारे झंडे गाढ़ दिए थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म में अपने रोहित के किरदार से ऋतिक असल जिदंगी में भी काफी रिलेट करते थे। फिल्म में जिस तरह रोहित को स्कूल में दूसरे बच्चे बुली करते थे, बिल्कुल वैसी ही बुलिंग उन्होंने रियल लाइफ में भी फेस की है।
ऋतिक की तोड़ी साइकिल
पिछले साल फिल्म 'कोई मिल गया' के 20 साल पूरे होने के मौके पर उन्होंने बताया था कि उन्हें स्कूल में काफी परेशान किया जाता था इसलिए वो रोहित के किरदार से काफी रिलेट करते थे। इस फिल्म पर बात करते हुए उन्होंने कहा था कि रोहित का किरदार उनसे जुदा नहीं है। फिल्म का एक सीन उनकी रियल लाइफ से बिल्कुल मिलता जुलता था। दरअसल फिल्म में रोहित की स्कूटी को राज और उसके कुछ दोस्त तोड़ देते हैं और असल जिंदगी में भी ऋतिक के पास जो BMX साइकिल हुआ करती थी, उसे स्कूल के कुछ सीनियर्स ने तोड़ दिया था।
बचपन से इस बीमारी से पीड़ित थे ऋतिक रोशन
ऋतिक के बारे में बहुत कम लोगों को पता है कि उन्हें हकलाने की बीमारी थी। ऋतिक बचपन में कोई भी बात साफ नहीं बोल पाते थे। इसकी वजह से उन्हें अपने पापा राकेश रोशन से बहुत डांट भी पड़ती थी। इस बात का जिक्र खुद अभिनेता ने साल 2009 में फराह खान के शो 'तेरे मेरे बीच में' में किया था। उन्होंने बताया कि 6 साल की उम्र से वो इस बीमारी से जूझ रहे थे। ऋतिक को इसी वजह से स्कूल में काफी परेशान किया जाता है। बच्चे उनका इस हद कर मजाक बना देते थे कि वो स्कूल जाने से भी कतराते थे।
चाइल्ड आर्टिस्ट रह चुके ऋतिक बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे लेकिन हकलाने की बीमारी की वजह से उन्हें इस रास्ते में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
35 साल की उम्र तक रही ये बीमारी
एक इंटरव्यू में ऋतिक ने इस बात का खुलासा किया था कि ये बीमारी उनके साथ 35 साल की उम्र तक रही, जिसका असर उनके एक्टिंग करियर पर भी पड़ा। वो ठीक से ना तो फिल्मों की स्क्रिप्ट पढ़ पाते थे और ना ही एक साथ लंबे-लंबे डायलॉग्स बोल पाते थे। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए ऋतिक ने स्पीच थैरेपी लेना शुरू किया और वो धीरे धीरे अपनी बीमारी को हरा पाने में कामयाब रहे।