Pregnancy Bible व‍िवाद पर Kareena का कोर्ट को जवाब, सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर कही ये बात

Pregnancy Bible Controversy: बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान की किताब 'प्रेगनेंसी बाइबिल' को लेकर विवाद हो गया है, जिसमें अब करीना ने कोर्ट में जवाब दिया है। क्या कुछ कहा है करीना कपूर के वकील का इस रिपोर्ट में जानिए।

featuredImage
Pregnancy Bible Controversy

Advertisement

Advertisement

Pregnancy Bible Controversy: बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री करीना कपूर खान ने अपनी किताब 'प्रेगनेंसी बाइबिल' को लेकर चल रहे विवाद में हाई कोर्ट के नोटिस का जवाब दिया है। ये मामला तब सुर्खियों में आया जब जबलपुर के वकील क्रिस्टोफर एंथोनी ने इस किताब के शीर्षक को लेकर अदालत में याचिका दायर की। एंथोनी का कहना है कि किताब का शीर्षक ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।

2021 में लॉन्च हुई थी किताब 'प्रेगनेंसी बाइबिल' 

करीना कपूर ने 2021 में अपनी किताब 'प्रेगनेंसी बाइबिल' लॉन्च की थी, जो गर्भावस्था के दौरान उनके व्यक्तिगत अनुभवों पर बेस्ड है। किताब के शीर्षक में 'बाइबिल' शब्द के इस्तेमाल को लेकर क्रिस्टोफर एंथोनी ने दलील दी कि इससे ईसाई धर्म की भावनाएं आहत हो रही हैं। उन्होंने जबलपुर हाई कोर्ट में इस मुद्दे पर एफआईआर दर्ज कराने की याचिका दायर की थी।

करीना कपूर के वकील ने दिया जवाब

करीना कपूर के वकील ने अदालत में साफ किया कि 'प्रेगनेंसी बाइबिल' का शीर्षक किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का इरादा नहीं है। वकील ने ये भी कहा कि करीना को संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत बोलने का अधिकार प्राप्त है और सुप्रीम कोर्ट भी कई बार बाइबल शब्द का प्रयोग कर चुका है। इस किताब के शीर्षक को लेकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।

करीना के वकील निखिल भट्ट ने न्यूज 24 से बातचीत में बताया कि क्रिस्टोफर एंथोनी ने आईपीसी की धारा 292 और 294 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
आज हमने कोर्ट को जवाब दिया है कि बाइबल शब्द का इस्तेमाल किसी की भी भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। कई बार हम बाइबल शब्द का प्रयोग अथॉरिटेटिव टेक्स्ट के रूप में भी करते हैं ना कि सिर्फ ग्रंथ की तरह।

किताब की बिक्री पर रोक लगाने की याचिका

कोर्ट में दाखिल किए गए जवाब में किताब की बिक्री पर रोक लगाने की याचिका का विरोध किया गया है। करीना कपूर ने साफ किया है कि उनका उद्देश्य किसी भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। इस विवाद के बाद, हाई कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 10 सितंबर की तारीख तय की है। 10 मई को करीना कपूर को नोटिस जारी किया गया था और अब उन्होंने अपना जवाब अदालत में दायर कर दिया है। इस मामले की सुनवाई जस्टिस आहलुवालिया की बेंच कर रही है।

किताब में करीना की गर्भावस्था के अनुभव

'प्रेगनेंसी बाइबिल' में करीना कपूर ने गर्भावस्था के दौरान अपने अनुभव साझा किए हैं। किताब को लेकर करीना का कहना है कि ये उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे उन्होंने अपने तीसरे बच्चे की तरह माना। किताब का शीर्षक उनकी व्यक्तिगत यात्रा और गर्भावस्था के अनुभवों को दर्शाता है, न कि किसी धार्मिक संदर्भ को।

Open in App
Tags :