बिग बॉस के इस एक्स कंटेस्टेंट को जेल भिजवा चुकी हैं सानिया मिर्जा, भोजपुरी का है सुपरस्टार
Khesari Lal Yadav jail Sania Mirza Complaint: भोजपुरी एक्टर और सिंगर खेसारी लाल यादव ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट गाने दिए हैं। उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। खेसारी सिर्फ भोजपुरी इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि देशभर में मशहूर हैं। उनकी पॉपुलेरिटी के चलते बिग बॉस भी उन्हें अपने शो का हिस्सा बना चुके हैं, लेकिन जहां एक तरफ उन्हें काम की वजह से बेशुमार कामयाबी मिली वहीं कई बार वो विवादों का शिकार भी हुए हैं। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि खेसारी को उनके एक गाने के लिए जेल तक की हवा खानी पड़ी थी। उनपर मानहानि का केस हुआ था जिसकी वजह से उन्हें माफी तक मांगनी पड़ी थी।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल खेसारी ने साल 2015 में एक सुपरहिट गाना गाया था जिसके बोल थे 'टेनिस वाली सानिया दूल्हा खोजली पाकिस्तानी'। सोशल मीडिया पर तो ये गाना काफी हिट रहा था लेकिन सानिया मिर्जा जिन्होंने तब पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से निकाह किया था, उन्हें ये गाना बिल्कुल भी पसंद नहीं आया था। इस गाने को लेकर सानिया काफी भड़क गई थी और यही वजह थी कि सानिया ने खेसारी लाल पर मानहानि का केस भी कर दिया था। इसके बाद खेसारी लाल यादव को जेल जाना पड़ा था। हालांकि जेल जाने के 2 दिन बाद ही वो जमानत पर बाहर आ गए थे।
सानिया ने इसी गाने पर लगाए ठुमके
इस मामले के कई सालों बाद खुद सानिया को भी ये गाना पसंद आया था और उन्होंने खेसारी लाल यादव से इसी सिलसिले में मुलाकात भी की थी। इसके कुछ सालों बाद जब सानिया मिर्जा एक रियलिटी शो यारों की बारात में आईं थीं तो सब कुछ भुलाकर सानिया ने इसी गाने पर जमकर ठुमके लगाए थे। शो पर इसी गाने से जुड़े हुए किस्सों का जिक्र करते हुए खुद खेसारी लाल यादव ने बताया था कि आखिर कैसे उनके इस एक गाने ने उनकी जिंदगी बदल दी थी और वो रातों-रात स्टार बन गए थे।
कभी दिल्ली में बेचते थे लिट्टी चोखा
खेसारी लाल यादव के बारे में कहा जाता है कि उनका बचपन बड़ी ही गरीबी में बीता है। अपने परिवार का खर्चा चलाने के लिए वो कभी दिल्ली में लिट्टी चोखा तक भी बेचा करते थे। खेसारी ने कड़ी मेहनत से अपनी एक पहचान बनाई है। साल 2008 में खेसारी ने एक गाना गाया था जिसका शीर्षक था- 'भौजी केकरा से लड़ब पिया अरब गईले ना'। खेसारी का ये गाना काफी हिट साबित हुआ था। वहीं उनकी पहली फिल्म 'साजन चले ससुराल' थी, जिसमें काम करने के लिए उन्होंने सिर्फ 11 हजार रुपये लिए थे।