40 की उम्र में पहली फिल्म.. 41 साल का संघर्ष और 80 की उम्र में 'टीचर' को दुनिया ने किया सलाम
Punjabi Actress Nirmal Rishi Got Padma Shri: पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में गुलाबो मौसी बनकर पहचान बनाने वाली दिग्गज एक्ट्रेस निर्मल ऋषि को पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। सोमवार, 22 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुए एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्ट्रेस को पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया है। 80 साल की उम्र में इस अवॉर्ड से सम्मानित होने के बाद निर्मल ऋषि के फैंस खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। हो भी क्यों न अपनी 41 साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें यह सम्मान दिया गया है।
कौन हैं एक्ट्रेस निर्मल ऋषि?
1943 में पंजाब के मनसा जिले के खिवा कलां गांव में जन्मी निर्मल ऋषि ने अपने 41 साल के करियर में करीब 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। हालांकि फिल्मों में आने से पहले वो सरकारी कॉलेज पटियाला में फिजिकल एजुकेशन की टीचर थीं। बचपन से ही उन्हें थिएटर का शौक था। यही जुनून उन्हें फिल्मों में ले आया और आज निर्मल ऋषि पंजाबी फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस बन चुकी हैं। हालांकि उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया है। उन्हें 'दंगल' और 'राजमा चावल' जैसी फिल्मों में देखा जा चुका है।
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निर्मल ऋषि कैसे बनीं गुलाबो मौसी?
एक्ट्रेस निर्मल ऋषि ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म 'लॉन्ग दा लश्कारा' से की थी। यह फिल्म 1983 में रिलीज हुई थी। यही फिल्म थी जिसमें गुलाबो मौसी का किरदार निभाकर निर्मल ऋषि आज अपने फैंस के बीच पॉपुलर हो चुकी हैं। उन्होंने 'गुड्डो', 'जी अयान नू', 'सज्जन सिंह रंगरूट' और 'आसा नू मान मारह', 'बाजरे द सिट्टा' जैसी कई हिट फिल्में की हैं। इसके अलावा कई टीवी सीरियल में भी अपनी पहचान बना चुकी हैं।
कॉल आते ही घबरा गईं थी एक्ट्रेस
उधर, पद्मश्री अवॉर्ड मिलने के बाद एक्ट्रेस निर्मल ऋषि ने अपनी खुशी जाहिर की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बताया कि जब अवॉर्ड के लिए उन्हें पहली बार कॉल किया गया था तो उनका रिएक्शन काफी घबराने जैसा था। उनके लिए अवॉर्ड मिलना एक सपने जैसा है। बता दें कि एक्ट्रेस के फैंस भी उन्हें अवॉर्ड मिलने के बाद बधाई देते नहीं थक रहे हैं।