एक आयुध फैक्ट्री में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी और सुअर पालने वाला शख्स राम निरंजन, कहने को तो उसके पास खुद की एक मोटर साइकिल तक नहीं थी लेकिन फिर भी टाटा सूमो में घूमता -फिरता था। उसके बारे में कहा जाता था कि उसके माफिया से रिश्ते हैं जिसके दम पर वो लोगों से लूटपाट करता है। नाम की ही तरह वो खुद को भी राजा ही समझता था। अपने नाम के आगे राम ने 'कोलंदर' जोड़ लिया। वहीं पत्नी का नाम उसने गोमती देवी से बदलकर फूलन देवी रखा, जिसने आगे चलकर जिला पंचायत का चुनाव भी जीत लिया।
पत्रकार की हत्या में राजा का नाम
साल 2000 में पत्रकार धीरेंद्र सिंह की अचानक लापता होने की खबर के बाद अचानक राजा कोलंदर का नाम सामने आया। पुलिस ने राजा को गिरफ्तार कर किया। पूछताछ के दौरान राजा ने अपना अपराध कबूल लिया। पत्रकार धीरेंद्र की लाश मध्य प्रदेश के रीवा में मिली, लेकिन उसका सिर और प्राइवेट पार्ट गायब था, जिस बेरहमी से धीरेंद्र को मारा गया था वो देख हर कोई हैरान था। इसके बाद इस मामले में जो कुछ भी हुआ उसे सुन कई लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई।