whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

Elvish Yadav और Bharti Singh क्यों दिल्ली पुलिस की रडार पर? 500 करोड़ की धोखाधड़ी से जुड़ा मामला क्या?

Scam of 500 Crore: इस वक्त बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर एल्विश यादव सहित कई सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और यूट्यूबर्स दिल्ली पुलिस की रडार पर हैं। जी हां, पुलिस ने एल्विश, भारती सहित कई लोगों को समन भेजा है।
12:18 PM Oct 04, 2024 IST | Nancy Tomar
elvish yadav और bharti singh क्यों दिल्ली पुलिस की रडार पर  500 करोड़ की धोखाधड़ी से जुड़ा मामला क्या
Scam of 500 Crore

Scam of 500 Crore: बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर एल्विश यादव आए दिन किसी ना किसी पचड़े में फंस ही जाते हैं। कभी एल्विश ईडी, तो कभी पुलिस की रडार पर रहते हैं। जी हां, इस वक्त एल्विश यादव समेत कई बड़े नाम दिल्ली पुलिस की रडार पर है। इस मामले में एल्विश के अलावा भारती सिंह, एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती, अभिषेक मल्हान सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं। आखिर क्या है ये पूरा मामला? आइए जानते हैं...

Advertisement

क्या है 500 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला?

दरअसल, दिल्ली पुलिस का दावा है कि उन्हें 500 से भी ज्यादा शिकायतें मिली हैं, जिसमें कहा गया कि कई सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और यूट्यूबर्स ने अपने पेज पर HIBOX (हायबॉक्स) मोबाइल ऐप को प्रमोट किया है और इसके जरिए लोगों को निवेश का लालच दिया गया है। इन शिकायतों के बाद ही पुलिस ने कई लोगों को समन जारी किया है।

Advertisement

कई इनफ्लुएंसर और यूट्यूबर्स के नाम

इसके साथ ही अगर इस मामले के मुख्य आरोपी की बात करें तो केस का मुख्य आरोपी चेन्नई निवासी शिवराम (30) है, जिसे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इसके साथ ही इस धोखाधड़ी के केस में लक्ष्य चौधरी, सौरव जोशी, एल्विश यादव, दिलराज सिंह रावत, अभिषेक मल्हान, भारती सिंह, आदर्श सिंह, हर्ष लिंबाचिया, पूरव झा और अमित जैसे सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और यूट्यूबर्स के नाम शामिल हैं। इनको लेकर कहा गया है कि इन्होंने सोशल मीडिया पर इस ऐप को बढ़ावा दिया है और लोगों को लालच देकर ऐप में जरिए निवेश करने के लिए उकसाया है।

Advertisement

क्या है हायबॉक्स?

इस मामले पर बात करते हुए पुलिस उपायुक्त (IFSO स्पेशल सेल) हेमंत तिवारी ने कहा कि हायबॉक्स एक ऐसा मोबाइल ऐप है, जो एक सुनियोजित धोखाधड़ी का हिस्सा था। डीसीपी का कहना है कि इस ऐप के जरिए आरोपियों ने हर रोज एक से पांच प्रतिशत के गारंटीड रिटर्न का वादा किया था, जो एक महीने में 30 से 90 प्रतिशत तक होता है। जानकारी है कि इस ऐप को फरवरी 2024 में शुरू किया गया था।

कंपनी हुई गायब

इसके जरिए 30,000 से भी ज्यादा लोगों ने इसमें पैसा निवेश किया है। हालांकि शुरू में ऐप अच्छा चल रहा था, लेकिन धीरे-धीरे इसमें गड़बड़ी के मामले सामने लगे। इस मामले में पुलिस ने ये भी कहा है कि इस ऐप को चलाने वाली कथित कपंनी कई खराबियों का हवाला देकर बिना भुगतान किए नोएडा में अपना ऑफिस बंद करके गायब हो गई है।

यह भी पढ़ें- ‘सब मेरे लिए दुआ करें, हर जगह दर्द…’, ब्रेस्ट कैंसर के बाद Hina Khan का पहला इंटरव्यू वायरल

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो