Sharda Sinha Funeral: बिहार की बेटी की अंतिम यात्रा का पहला वीडियो, बेटा रो रोकर हुआ बेसुध
Sharda Sinha Funeral Update: शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का 5 नवंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनकी मौत से म्यूजिक इंडस्ट्री को तगड़ा झटका लगा है। सिंगर की मौत से परिवार वाले बुरी तरह से टूट गए हैं। वहीं बेटे अंशुमन सिन्हा (Anshuman Sinha) का रो रोकर बुरा हाल है। सिंगर का पार्थिव शरीर पटना पहुंच गया है, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर आ गया है। इसमें साफ नजर आ रहा है कि सिंगर के चाहने वाले और उनके परिवार वाले वहां पर मौजूद हैं जो परिवार को इस दुखद घड़ी में ढांढस बंधा रहे हैं।
मां की मौत से बेटा हुआ बेसुध
बेटे के लिए अपनी मां को खोने का दर्द वही जानता है जो इस दर्द से गुजर रहा हो या गुजरा हो। भोजपुरी सिंगर शारदा सिन्हा की मौत से उनके बेटे अंशुमन सिन्हा पूरी तरह से टूट गए हैं। अस्पताल में भी वो अपनी मां के साथ थे और उनकी सेहत को लेकर लगातार अपडेट दे रहे थे। वहीं एक वीडियो में अंशुमन अपनी मां के पार्थिव शरीर को दुलार करते नजर आ रहे हैं। अंशुमन का इतना बुरा हाल है कि उसे संभालना मुश्किल हो रहा है।
यह भी पढ़ें: Sharda Sinha के आखिरी पलों के वीडियो आए सामने, मां का माथा सहलाते दिखे Anshuman
VIDEO | Bihar: Mortal remains of Sharda Sinha reach her residence in Patna. The 72-year-old popular folk singer, known as 'Bihar Kokila' for her melodious rendition of Chhath and folk songs passed away at AIIMS, Delhi, yesterday.
(Full video available on PTI Videos -… pic.twitter.com/25niOjM4aO
— Press Trust of India (@PTI_News) November 6, 2024
फूलों से सजी गाड़ी में अंतिम यात्रा पर निकला पार्थिव शरीर
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर बिहार पहुंच गया है। वहां पर उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा जिसका ऐलान खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है। सिंगर के अंतिम दर्शन के लिए भीड़ का लगना तो स्वाभाविक था ही। वहीं एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है जिसमें फूलों से सजी गाड़ी में उनका पार्थिव शरीर रखा गया है।
शारदा के जन्म की काफी खुशी थी परिवार में
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार में हुआ था। उनके जन्म की परिवार में काफी खुशी थी क्योंकि 35 साल के बाद किसी लड़की का जन्म हुआ था। शारदा का बचपन से ही संगीत में इंटरेस्ट था और शादी के बाद उनके पति ने भी उनके इस शौक में उनकी मदद की। वहीं ससुर का भी उन्हें काफी सपोर्ट मिला। सिंगर ने लोकगीत, छठ पूजा और शादी के गानों में अपनी स्पेशिलिटी बनाई।
यह भी पढ़ें: Sharda Sinha का अंतिम संस्कार पटना में ही क्यों? बेटे ने बताया पिता से जुड़ा कनेक्शन