छठ के पहले व्रत वाले दिन Sharda Sinha के निधन से पसरा मातम, देशभर में शोक की लहर
Sharda Sinha Death News: लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है, जो भारतीय लोक संगीत की एक अहम पहचान थीं। 72 साल की उम्र में शारदा सिन्हा ने दम तोड़ दिया है। अपनी मधुर आवाज से छठ पूजा के गीतों समेत कई लोक गीतों को जीवित किया। उनका जन्म बिहार के सुपौल जिले में हुआ था और उन्होंने अपनी गायन यात्रा की शुरुआत 1970s में की थी। शारदा सिन्हा के गीत न सिर्फ बिहार बल्कि देशभर में लोकप्रिय रहे हैं। उन्होंने बॉलीवुड में भी अपनी आवाज दी थी। छठ के पहले ही व्रत वाले दिन उनके निधन से हर कोई दुखी है।
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पीएम मोदी ने निधन पर जताया दुख
शारदा सिन्हा के निधन की खबर के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट के जरिए अपना दुख जाहिर किया है। पीएम मोदी ने लिखा- लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस… pic.twitter.com/sOaLvUOnrW
— Narendra Modi (@narendramodi) November 5, 2024
छठ गीतों के लिए काफी मशहूर थीं शारदा सिन्हा
शारदा सिन्हा को छठ गीतों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। शारदा सिन्हा की आवाज भारतीय लोक संगीत में एक अहम स्थान रखती थी, खासकर उनके छठ पूजा के गीतों की जो हर बिहारी के दिल में गूंजते हैं। उन्हें 'बिहार की कोकिला' के रूप में भी जाना जाता था। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मैथिली और मगही लोक संगीत को एक नया आयाम दिया। उनका छठ पूजा के गीतों में बड़ा योगदान था। उनके गाए गीत केवल बिहार ही नहीं, बल्कि देशभर में प्रसिद्ध थे। जब से उनके निधन की खबर फैली हैं उनके पैतृक गांव में शोक की लहर है।