Tanaav Season 2 Review: कश्मीर के अंदरूनी मसलों से होना चाहते हैं वाकिफ? देख लीजिए 'तनाव'

Tanaav Season 2 Review: फैंस का इंतजार खत्म हो चुका है और मोस्ट अवेटेड वेब सीरीज 'तनाव' सीजन 2 के साथ लौट आई है। इस एक्शन थ्रिलर को आपको क्यों देखना चाहिए चलिए जानते हैं।

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Tanaav Season 2 Review

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Tanaav Season 2 Review: (By- Ashwani Kumar) कश्मीर के हालात बयां करती हुई 'तनाव' ओटीटी पर रिलीज हो चुकी हैं। इस वेब सीरीज की कहानी इजरायली शो 'फौदा' का इंडियन वर्जन है। मनोरंजन जगत के लिए कश्मीर के मसले हमेशा से फेवरेट रहे हैं। यही कारण है कि इसको बड़े पर्दे पर काफी बार दिखाया गया है। वहां के हालात, आतंकी हमले और लोगों के मन में बसे डर को सिनेमा रूपी माले में अच्छे से पिरोया गया है। अब कश्मीर के उस अंदरुनी मसले को सोनी लिव लेकर आ रहा है जिसमें आपको कश्मीर के लोगों का 'तनाव' साफ दिखेगा। 'तनाव' में कश्मीर के अंदरूनी मुद्दों को बखूबी दिखाया गया है।

क्या है 'तनाव' की कहानी?

दो साल पहले जब 'तनाव' रिलीज हुई थी, तो सब इस बात को लेकर सोच में पड़े थे कि आखिर इजरायल के बेहद कामयाब शो- 'फौदा' के एडॉप्टेशन को कैसे दिखाया जाएगा। इसके 12 एपिसोड हैं जो आपका पूरा एंटरटेन करेंगे। सीरीज की कहानी में कश्मीरी आवाम को दिखाया गया है, जो कि सिर्फ शांति चाहते हैं। ये कहानी उन कश्मीर लीडर्स के बारे में है जो कि पीठ पीछे अपने ही लोगों से धोखा करके अलगाववादियों के साथ हाथ मिलाते हैं। इसमें आपको सिक्योरिटी फोर्सेज और इंटेलिजेंस का काम करने का तरीका देखने को मिलेगा।

पहले पार्ट में क्या थी कहानी?

पहले सीजन की बात करें तो इसमें एक्शन कम और स्ट्रैटेजी ज्यादा देखने को मिली थी... सीजन वन में अलगाववादी नेता मीर साहब की बम धमाके में मौत हो जाती है। वहीं, उमर रियाज को मारकर जुनैद हरकत उल मुजाहिदीन को कमान दे दी जाती है। जुनैद की शादी डॉक्टर फराह से दिखाई गई है। कबीर फारूकी के अब्बू जो कि एक वक्त में इंडियन इंटेलिजेंस का हिस्सा भी रह चुके हैं। इदरीस पॉलिटिकल फेस है, जो जुनैद संग वादी पर अपना दबदबा बनाए हुए हैं।

बदले की कहानी है 'तनाव'

फरीद को इंडियन इंटेलिजेंस फोर्स से मीर साहब की मौत का बदला लेना है जिसके लिए वो सीरिया से ट्रेनिंग ले रहा है और ट्रेनिंग के बाद वो कश्मीर वापस लौट आया है। शुरुआत में तो जुनैद, फरीद का साथ देता है, लेकिन बाद में उसे समझ आता है कि फरीद पूरी तरह से गलत रास्ते पर चला गया है, जहां सिर्फ खून-खराबा है। इन सब के कारण ही जुनैद फरीद से अलग हो जाता है। हालांकि, फरीद- जुनैद को रोकने पूरी कोशिश करता है, लेकिन नाकामयाब रहता है। इस बीच जुनैद डॉक्टर फराह के करीब आने के लिए हर मुमकिन कोशिश करता है।

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कैसी है 'तनाव 2'?

'सोनी लिव' ने तनाव के सीजन 2 को दो हिस्सों में बांटा है। इसमें जो लोग एक्शन तलाशने आए थे उनको सीजन वन में तो नहीं लेकिन इसके दूसरे सीजन में आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी। ये वेब सीरीज हालात और राजनीति दोनो से वाकिफ करा रही थी। फिल्म के दूसरे पार्ट में आपको कश्मीर की पॉलिटिक्स थोड़ी कम ही देखने को मिलेगी। डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने इस बार 'तनाव' का दूसरा सीजन अपने को-डायरेक्टर- ई निवास के साथ मिलकर लिखा है। 'तनाव 2' की शुरुआत काफी अच्छी है। अरबाज खान, मानव विज समेत अन्य एक्टर्स से सजी ये सीरीज जिसमें आजादी की बात करने वाले उग्रवादियों, अलगाववादी नेताओं और सेना के बीच के मतभेद को दिखाया गया है। जब से अनुच्छेद 370 हटा है तब से कश्मीर के हालात बदल चुके हैं।

तनाव 2 को 3 स्टार।

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