Sumedh Mudgalkar on Janmashtami 2024: कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर टीवी अभिनेता सुमेध मुदगलकर ने शो 'राधाकृष्ण' को लेकर बात की। उन्होंने अपने किरदार को लेकर अपना अनुभव शेयर किया। किस तरह इस टीवी शो ने उनकी जिंदगी बदलकर रख दी। उनके शो को देखकर कैसे लोगों की जिंदगी में बदलाव आए। चलिए आपको बताते हैं टीवी के कृष्ण सुमेध मुदगलकर ने क्या कुछ कहा है।
'कृष्ण जन्माष्टमी मेरा दूसरा जन्मदिन'
सुमेध मुदगलकर ने हाल ही में बताया कि 'राधाकृष्ण' में भगवान कृष्ण का किरदार निभाने के बाद उनके जीवन में क्या बदलाव आया है। उन्होंने शेयर किया कि इस भूमिका ने न सिर्फ उनकी सोच को बदला, बल्कि कृष्ण जन्माष्टमी के इस त्योहार को उनकी लाइफ का दूसरा जन्मदिन बना दिया है।
सुमेध ने बताया कि जब से उन्होंने 'राधाकृष्ण' में भगवान कृष्ण की भूमिका निभाई है, तब से उनके जीवन को एक नई दिशा मिल गई है। उन्होंने कहा कि आज के दिन जब लोग जन्माष्टमी के मौके पर उन्हें इंस्टाग्राम पर 'हैप्पी बर्थडे' मैसेज भेजते हैं और उनकी एक्टिंग में श्री कृष्ण की छवि देखते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे जन्माष्टमी सचमुच उनका दूसरा जन्मदिन हो। ये प्यार और सम्मान उनके लिए बहुत मायने रखता है।
सुमेध ने शेयर किया बचपन का किस्सा
जब उनसे पूछा गया कि वो बचपन में इस त्योहार को कैसे मनाते थे, तो उन्होंने खुलासा किया कि दही हांडी तोड़ने की कोशिश में वो अक्सर असफल रहते थे क्योंकि वो इस खेल में बहुत अच्छे नहीं थे। लेकिन त्योहार के दौरान होने वाली डांस प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर वो काफी अच्छा महसूस करते थे और यही बात उन्हें इस त्योहार की सबसे अच्छी लगती थी।
5 साल तक सुमेध ने टीवी पर किया राज
सुमेध ने पांच साल तक 'राधाकृष्ण' में भगवान कृष्ण का किरदार निभाया और इसे अपने करियर का एक अहम हिस्सा माना। उनके लिए ये किसी आशीर्वाद से कम नहीं था। उन्होंने बताया कि इस भूमिका को निभाना एक चुनौतीपूर्ण टास्क था। भगवान कृष्ण जैसे महान और गहरे किरदार को सही तरीके से दर्शाना एक बहुत ही मुश्किल काम था, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने खुद को पूरी तरह से उसमें ढाल लिया। पुणे के इस्कॉन मंदिर जाकर और ओशो की किताब 'कृष्ण: द मैन एंड हिज फिलॉसफी' पढ़कर उन्होंने कृष्ण के जीवन और उनकी सीख को समझने की कोशिश की।
सुमेध के मुताबिक भगवान कृष्ण की भूमिका निभाने के दौरान उन्होंने महसूस किया कि वो अंदर से बहुत संवेदनशील और कोमल हो गए हैं। उनके लिए खुद में हुए बदलाव को समझना मुश्किल हो रहा है, लेकिन उनके आस-पास के लोग मानते हैं कि वो एक बेहतर इंसान बन गए हैं।
'डिप्रेशन से बाहर आ गई महिला'
इसके अलावा सुमेध की भूमिका ने उन्हें उनके दर्शकों के बेहद करीब कर दिया, जिन्होंने उनमें भगवान की छवि देखी। अपने यादगार अनुभवों को शेयर करते हुए उन्होंने कहा, “एक महिला थी जिसने आत्महत्या की दो बार कोशिश की थी, वो दो बच्चों की मां थी और डिप्रेशन में थी। लेकिन उसने कहा कि शो देखने के बाद वो इससे बाहर निकल आई और उसे मदद मिली। एक और व्यक्ति जो अपंग था और जीवन से खुश नहीं था वो भी शो देखने के बाद अंदर से बदल गया।”
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