कौन थे दुरई? जिनके निधन से शोक में डूबी फिल्म इंडस्ट्री, इस फिल्म के लिए मिला था नेशनल अवॉर्ड
Veteran Filmmaker Durai Passes Away: साल 1979 में रिलीज हुई फिल्म 'पासी' के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले वेटरन फिल्ममेकर दुरई (Durai) का निधन हो गया है। उन्होंने 84 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। दिग्गज फिल्ममेकर दुरई ने 22 अप्रैल को अपनी अंतिम सांस ली। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि दुरई ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और हिंदी भाषा में करीब 46 फिल्मों का निर्देशन किया था। अपने पूरे करियर में उन्होंने कई हिट फिल्में दी। साथ ही 'अवलूम पेंटाहेन' और 'पासी' जैसी महिला केंद्रित फिल्में बनाकर पॉपुलैरिटी हासिल की थी।
परिवार ने दी निधन की जानकारी
फिल्ममेकर दुरई तिरुनेलवेली के रहने वाले थे। परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक, उनका निधन खराब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के कारण हुआ है। 84 साल के दुरई लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से पीड़ित थे। बता दें कि दुरई की पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके परिवार ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'फिल्ममेकर दुरई का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका पार्थिव शरीर तिरुवल्लूर के बगल में वेप्पमपट्टू इलाके में रखा जाएगा और आज 23 अप्रैल को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।'
बचपन से था फिल्मों का शौक
उधर, दुरई के निधन की खबर आते ही फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। फिल्ममेकर के चाहने वाले उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें बचपन से ही फिल्मों का शौक रहा है। अपने दो दशक के करियर में उन्होंने बतौर राइटर, निर्माता और संपादक के तौर पर काम किया था। उनका जाना फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है।
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इन पुरस्कार से हो चुके सम्मानित
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1978 में फिल्ममेकर दुरई को फिल्म 'ऊरु वेद उरु उलाला' के लिए तमिलनाडु सरकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके बाद उन्हें 1982 में उन्हें कलाइमामणि पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा फिल्मफेयर पुरस्कार भी दिया जा चुका है। उनकी फिल्म 'पासी' को आज भी तमिल सिनेमा की एक महत्वपूर्ण फिल्म के रूप में मनाया जाता है। भले ही दुरई आज नहीं रहे हों लेकिन फिल्म 'पासी' के जरिए उनका जश्न हमेशा मनाया जाएगा।