All We Imagine As Light has released only in limited Kerala theatres: इस साल कान्स फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड प्रिक्स पुरस्कार जीतने वाली पायल कपाड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐस लाइट' ने सभी भारतीयों को काफी गर्व महसूस कराया। इस फिल्म की कहानी को काफी पसंद किया गया लेकिन बावजूद इसके ये फिल्म अब भारत में लिमिटेड सिनेमाघरों में ही दिखाई दे रही है। फिल्म को सिर्फ केरल में ही रिलीज किया गया लेकिन आखिर ऐसा क्यों हुआ, चलिए आपको बताते हैं।
क्यों सिर्फ कुछ ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म?
फिल्म को कुछ ही सिनेमाघरों में रिलीज किया गया जबकि कान फिल्म फेस्टिवल में फिल्म भारत की तरफ से कामयाबी के झंडे गाड़ चुकी है। दरअसल फिल्म का लिमिटेड थिएटर्स में रिलीज होने के कारण ऑस्कर में भारत की तरफ से ऑफिशियल एंट्री करने के लिए जरूरी मानदंडों को पूरा करना है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक जो फिल्में 10 सितंबर तक रिलीज नहीं हुई हैं, उन्हें 30 सितंबर 2024 से पहले कम से कम 7 दिनों के लिए सिनेमाघरों में दिखाया जाना चाहिए। इस नियम के तहत 'ऑल वी इमेजिन ऐस लाइट' ने जरूरी मानदंड पूरे किए हैं, जिससे ये ऑस्कर में प्रवेश के लिए योग्य बन गई है।
आपको बता दें तेलुगु अभिनेता राणा दग्गुबाती के प्रोडक्शन हाउस स्पिरिट मीडिया ने इस फिल्म के डिस्ट्रिब्यूशन के राइट्स लिए हैं। राणा ने इस मौके पर कहा कि 'हमें गर्व है कि हम इस अद्भुत फिल्म को भारत में ला रहे हैं और खासकर केरल में जहां से फिल्म के मुख्य किरदार भी हैं।'
फिल्म ने क्रिटिक्स को भी किया इंप्रेस
'ऑल वी इमेजिन ऐस लाइट' एक इंडो-फ्रेंच को-प्रोडक्शन है, लेकिन फ्रांस ने पहले ही अपनी ऑफिशियल ऑस्कर में एंट्री के लिए जैक्स ऑडियार्ड की फिल्म 'एमिलिया पेरेज' का चयन कर लिया है। पुणे के फिल्म और टेलिविजन संस्थान की पूर्व छात्रा पायल कपाड़िया ने कान्स में ग्रैंड प्रिक्स जीतकर भारतीय सिनेमा में इतिहास रच दिया। ये फिल्म भारत की पहली फिल्म है, जिसने इस पुरस्कार को अपने नाम किया है।
कैसी है फिल्म की कहानी?
इस फिल्म में कानी कुसरूती, दिव्या प्राभा और छाया कदम ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। कहानी मुंबई की एक नर्स प्राभा (कानी) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसकी जिंदगी एक राइस कुकर मिलने के बाद बदल जाती है, जो उसके एक्स पति ने भेजा है। दिव्या प्राभा ने अनू का किरदार निभाया है, जो प्राभा की रूममेट और सहकर्मी है, और एक प्राइवेट जगह की तलाश में हैं ताकि वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ समय बिता सकें। प्राभा की सबसे अच्छी दोस्त पार्वती (छाया) एक विधवा है, जिसे प्रॉपर्टी डेवेलपर्स द्वारा अपने घर से निकाला जा रहा है।
'ऑल वी इमेजिन ऐस लाइट' एक महत्वपूर्ण फिल्म है जो भारतीय सिनेमा को नई पहचान देने का काम कर रही है हालांकि इसकी सीमित रिलीज ने प्रशंसकों को निराश किया है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इसे और ज्यादा सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: ‘4 साल तक करता रहा यौन शोषण’, पुलिस के सामने ‘स्त्री 2’ के कोरियोग्राफर ने क्या-क्या कबूला?