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Explainer: इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने के बाद भी क्यों नहीं बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम?

Israel vs Iran : 1 अप्रैल को सीरिया में ईरानी दूतावास पर हुई एयर स्ट्राइक के बाद ईरान ने इजराइल को साफ शब्दों में चेतावनी दी थी। इससे आशंका तेज हुई थी कि अगर संघर्ष छिड़ा तो इसका सबसे ज्यादा असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ेगा, जिससे पेट्रोल-डीजल की कीमत भी बढ़ेगी। लेकिन, ईरान की ओर से इजराइल पर हमला कर दिए जाने के बाद भी कच्चे तेल की कीमतें स्थिर ही बनी हुई हैं। पढ़िए क्या हैं इसके कारण।
05:19 PM Apr 16, 2024 IST | Gaurav Pandey
explainer  इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने के बाद भी क्यों नहीं बढ़े पेट्रोल डीजल के दाम
कच्चे तेल की कीमतों पर नहीं पड़ा इजराइल-ईरान जंग का असर

Israel Iran War Impact On Crude Oil Prices : 16 अप्रैल यानी मंगलवार को कच्चे तेल की कीमत में 0.04 प्रतिशत का मामूली इजाफा हुआ, जिसके बाद इसकी कीमत प्रति बैरल 92.18 डॉलर रही। सोमवार को यह आंकड़ा 89.64 डॉलर प्रति बैरल था। चौंकाने वाली बात है कि इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने के बाद भी कच्चे तेल की कीमतों पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है। मंगलवार को जो थोड़ी सी बढ़ोतरी हुई भी उसका कारण चीन को माना जा रहा है।

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तनाव बढ़ा पर क्यों नहीं हुआ कीमतों में इजाफा?

अभी तक माना जा रहा था कि इजराइल और ईरान के बीच जंग की स्थिति बनने पर कच्चे तेल की कीमतों पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है। लेकिन फिलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा है। इसके पीछे के कारणों की बात करें तो विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान ने इजराइल पर हमला किया लेकिन इसमें इजराइल को कुछ खास नुकसान नहीं हुआ। इसी वजह से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई है। हालांकि, आने वाले समय में भी ऐसा ही रहेगा यह कहा नहीं जा सकता है।

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इजराइल ने किया सीधा अटैक तो बदलेगी तस्वीर!

कच्चे तेल की कीमतों को लेकर पूर्वानुमान यह बताते हैं कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने के बाद इनमें जैसा इजाफा आया था वैसा होने की संभावना अब कम ही है। लेकिन, अगर इजराइल ईरान पर सीधा हमला करता है तो तस्वीर कुछ और हो सकती है। बता दें कि बीते दिनों ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक मिसाइल और ड्रोन्स से हमला किया था। हालांकि, इसमें इजराइल को कुछ खास नुकसान नहीं पहुंचा था। इसके बाद पश्चिमी एशिया में तनाव की स्थिति गंभीर हुई है।

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