Airtel ने सरकार के सामने रखी बड़ी मांग! न दिए जाएं अलग-अलग बेनिफिट्स
Airtel to Government: भारती एयरटेल ने दूरसंचार विभाग यानी DoT से सभी टेलीकॉम कंपनियों के लिए समान अवसर देने का अनुरोध किया है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह लेटर उस समय लिखा गया है जब सरकार वोडाफोन-आइडिया यानी Vi की स्पेक्ट्रम भुगतान पर बैंक गारंटी (BG) में छूट देने की मांग पर विचार कर रही है। चलिए इसके बारे में जानें...
एयरटेल ने अपने लेटर में क्या कहा?
DoT को लिखे अपने पत्र में एयरटेल ने कहा है कि वह BG छूट के प्रस्ताव का सपोर्ट करता है, लेकिन इसमें सभी टेलीकॉम कंपनियों के लिए "Non-Discriminatory" यानी सभी के साथ समान व्यवहार करने वाला ढांचा होना चाहिए। मतलब किसी कंपनी की फाइनेंशियल पोजीशन को ध्यान में रखकर अलग-अलग लाभ न दिए जाएं। रिपोर्ट के अनुसार, मामले से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
एक समान नियमों की मांग
एयरटेल ने अपने बड़े स्पेक्ट्रम अधिग्रहण और उससे जुड़े बैंक गारंटी की जिम्मेदारियों पर जोर देते हुए एक समान नियमों की मांग की है। दूसरी तरफ वोडाफोन-आइडिया, जो इन दिनों वित्तीय समस्याओं से जूझ रही है, ने अपने कर्ज को कम करने और बैंकों से और लोन लेने के लिए सरकार से मदद मांगी है।
BG में प्रस्तावित छूट वोडाफोन-आइडिया के लिए जरूरी राहत दे सकती है। एयरटेल ने 2021 में किए गए दूरसंचार सुधारों का भी जिक्र किया है, जिसमें सभी कंपनियों के साथ समान व्यवहार किया गया था और किसी एक को विशेष लाभ नहीं दिया गया था।
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इस साल की शुरुआत में सभी निजी टेलीकॉम कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था, सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने भी DoT को लेटर लिखकर 2022 से पहले की नीलामी में BG की आवश्यकता खत्म करने का अनुरोध किया था।
वर्तमान में DoT BG छूट के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है, जिसमें एक मसौदा कैबिनेट नोट भी शामिल है। इस प्रस्ताव के तहत, टेलीकॉम कंपनियां स्पेक्ट्रम पेमेंट्स के तीन महीने का एडवांस पेमेंट करके BG छूट का ऑप्शन चुन सकती हैं।
Airtel, Reliance Jio, Vodafone-Idea: किस पर कितना बकाया?
पिछली नीलामी के लिए रिलायंस जियो को सालाना 4,000 करोड़ रुपये और एयरटेल को लगभग 3,000 करोड़ रुपये की BG की जरूरत है। ये कंपनियां ब्याज दर में बचत के लिए किस्तों का एडवांस भुगतान करके स्पेक्ट्रम बकाया चुका रही हैं। 24,000 करोड़ रुपये इक्विटी से जुटाने के बाद, वोडाफोन-आइडिया अब 25,000 करोड़ रुपये लोन के रूप में और 10,000 करोड़ रुपये BG या बांड्स के रूप में जुटाना चाहती है, ताकि एयरटेल और रिलायंस जियो को टक्कर दे सके।