होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

अब AI बताएगा बम कहां गिराना है; मिलिट्री ऑपरेशन्स में दुश्मन के खात्मे के लिए होगा टूल का यूज

Artificial Intelligence US Military Operations : ऐसा लग रहा है कि अब वह दिन दूर नहीं, जब सेनाएं दुश्मनों का खात्मा AI का यूज करके करेंगी। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
04:51 PM Feb 27, 2024 IST | Sameer Saini
Advertisement

Artificial Intelligence US Military Operations: अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बताएगा कि बम कहां पर गिराना है? किस जगह पर निशाना लगाना है। जी हां, 2022 में जब से चैटजीपीटी की दुनिया शुरू हुई है, तब से AI को नई ऊंचाइयों के पंख लग गए हैं। दुनियाभर के इंटरनेट यूजर्स AI टूल के साथ नए-नए एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। इसे रोज नए-नए तरीकों से इस्तेमाल कर रहे हैं। AI की बढ़ती डिमांड को देखते हुए अब इसे मिलिट्री ऑपरेशन्स में इस्तेमाल करने की योजना पर काम चल रहा है, यानी अब वह दिन दूर नहीं, जब मिलिट्री AI का यूज करके दुश्मनों का खात्मा करेंगी।

Advertisement

टारगेट चुन रहा AI

हाल ही में सामने आई ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने इस महीने की शुरुआत में मध्य पूर्व एशिया में हवाई हमलों के लिए टारगेट पिन पॉइंट करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज किया था। बम कहां गिराना है, यह तय करने के लिए अमेरिका AI का यूज कर रहा था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिकी सेना ने वॉर सिचुएशन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का यूज करना शुरू कर दिया है।

ये भी पढ़ें : MWC 2024 में Honor ने पेश किया आंखों से कार कंट्रोल करने वाला फोन

Advertisement

कंप्यूटर विजन एल्गोरिथम आ रहा काम

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सेना पेंटागन हवाई हमलों के लिए टारगेट की पहचान करने के लिए कंप्यूटर विजन एल्गोरिथम का यूज कर रही है। 2 फरवरी को मध्य पूर्व एशिया में एक मिशन में, इन AI एल्गोरिथम की मदद से ही टारगेट सेट किए गए। रॉकेट, मिसाइल, ड्रोन से इराक और सीरिया में मिलिशिया ऑपरेशन्स सेंटर्स को निशाना बनाकर 85 से अधिक हवाई हमले किए गए।

टेक्नोलॉजी ऑफिसर ने दी जानकारी

US सेंट्रल कमांड के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर शूयलर मूर ने भी इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि AI का इस्तेमाल आज संभावित खतरों की पहचान करने में किया जा रहा है। इसके लिए अमेरिकी सेना कंप्यूटर विजन का यूज कर रही है। कंप्यूटर विजन में स्पेसिफिक चीजों को पहचानने के लिए ट्रेनिंग एल्गोरिथम भी दिया गया है।

ये भी पढ़ें : Xiaomi 14 Ultra के आगे क्या सच में फीका पड़ रहा है Samsung S24 Ultra?

अन्य देशों में दिखा AI का ऐसा यूज  

टारगेट की पहचान करने के लिए AI का ऐसा यूज अन्य देशों में भी किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, दिसंबर 2023 में इजराइल ने 'द गॉस्पेल' नामक प्रोग्राम से खूब सुर्खियां बटोरीं थी, जिसमें भारी मात्रा में डेटा का एनालिसिस करके गाजा में टारगेट चुनने में AI सॉफ्टवेयर का यूज किया गया था।

Open in App
Advertisement
Tags :
artificial intelligenceUS military
Advertisement
Advertisement