Parcel Fraud: सावधान! कहीं आप भी न हो जाएं इस फ्रॉड का शिकार, बड़े काम की हैं ये टिप्स
Parcel Fraud: बीते कुछ सालों में साइबर फ्रॉड तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में स्कैमर्स लोगों को फंसाने के लिए नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। बीते कुछ समय से हम पार्सल स्कैम के बारे में सुन रहे हैं। इसमें स्कैमर्स लोगों को पार्सल में संवेदनशील सामान होने की जानकारी देकर डराते हैं, जिसपर उनका नाम होता है। फिलहाल ICICI ने भी पार्सल स्कैम को बारे में बताने हुए इसके लगातार बढ़ते चलन को लेकर चेतावनी जारी की है।
इस फ्रॉड में स्कैमर्स आपको फंसा कर पर्सनल जानकारी और फाइनेंशियल डिटेल चुराने का प्रयास करते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि आप कैसे इस तरह के स्कैम से बच सकते हैं। आइये इन साइबर फ्रॉड के बारे में जानते हैं।
कूरियर के नाम पर फ्रॉड
ICICI ने अपने कस्टमर्स को मेल भेजा है, जिसमें बैंक ने बताया कि कैसे पार्सल या कूरियर स्कैमर्स कस्टम डिपार्टमेंट और पुलिस होने का दावा करते हैं। ये आपको कॉल करते हैं और आपके नाम पर कूरियर या पार्सल के बुक होने का दावा करते हैं। फिर वे आपसे कहते हैं कि इस पार्सल या कूरियर में ड्रग्स मिले हैं।
बैंक ने आगे बताया कि स्कैमर्स आपको धमकाने और आपके बैंक या क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। वे इस बात पर जोर देते हैं कि उन्हें डिजिटली अरेस्ट कर लिया गया है। इसके बाद वे आपसे फेक आरबीआई अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कराने के लिए कहते हैं और आपकी अन्य डिटेल जैसे आधार कार्ड या पैन कार्ड आदि को हथियाने की कोशिश करते हैं।
यह भी पढ़ें - Success Story: कैसे एक ऑफिस बॉय बना दो कंपनियों का मालिक, जानें दादासाहेब भगत की कहानी
कैसे रहें सुरक्षित?
- स्कैमर्स आपसे आपकी पर्सनल और गोपनीय जानकारी वेरीफाई करने और इसे शेयर करने के लिए कहेंगे। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान देना होगा कि आप किसी को पैसे या पर्सनल जानकारी शेयर न करें।
- किसी भी तरीके की प्रतिक्रिया देने से पहले एक बार ध्यान से सोचे और फिर रिएक्ट करें। अगर आपको कुछ गलत लगता है तो इसपर तुरंत कार्रवाई करें।
- अगर आपको ऐसी कोई कॉल आती है और आपने कोई ऐसा कूरियर नहीं भेजा है तो डरने और घबराने की जरूरत नहीं है।
- अगर संभव हो तो इन कॉल को रिकॉर्ड कर लें और तुरंत इसकी कंप्लेंट पुलिस से करें।
- आप इस घटना को रिपोर्ट कर सकते हैं, जिसके लिए आप नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट कर सकते हैं या फिर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं।