8 KM की राइड...किराया 1300 रुपये! Uber को भारी पड़ी मनमानी, शख्स ने ऐसे सिखाया सबक
Uber Charges 1334 Rupees for Short Ride: कभी न कभी आपने भी ट्रैवल के लिए Ola, Rapido या Uber जैसी कंपनियों से राइड तो बुक किया ही होगा। ट्रेवल के लिए आज ये काफी यूजफुल सर्विस प्रोवाइडर्स बन गए हैं। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि राइड बुक करते वक्त कंपनियां कुछ और किराया दिखाती हैं जबकि राइड पूरी हो जाने पर किराया बढ़ा देती हैं। ऐसा ही एक मामला चंडीगढ़ से सामने आया है जहां एक शख्स ने उबर से पहले राइड बुक की तो राइड में उसे 359 रुपये किराया दिख रहा था लेकिन अंत में कंपनी ने उससे राइड के 1,334 रुपये चार्ज कर लिए।
छोटे राइड के किए ज्यादा पैसे चार्ज
जिसके बाद उबर की मनमानी से नराज शख्स चंडीगढ़ के उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग पहुंच गया। जहां मामले की सुनवाई के बाद शख्स को उबर द्वारा मुआवजा दिया गया। बता दें कि कंपनी ने 8.83 किलोमीटर की राइड के लिए शख्स से 1,334 रुपये चार्ज किए थे। यह मामला 6 अगस्त, 2021 का है। ज्यादा किराया वसूलने का विरोध करने के बाद शख्स को कानूनी खर्च के लिए 10,000 रुपये के साथ 10,000 रुपये मुआवजा मिला है।
बुरा फंसा @Uber !
एक शख्स से #Uber ने 8.83 किमी के 1,334 रुपये ले लिए। शख्स उपभोक्ता अदालत गया तो Uber को दस गुना मुआवजा देना पड़ा है।
तो भैया आप भी डरो मत, आगे से ऐसा कुछ हो तो तुरंत कोर्ट जाओ pic.twitter.com/KHk8nfU43S
— Avinash Tiwari (@TaviJournalist) March 18, 2024
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नहीं मिला था कोई समाधान
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, शख्स लगातार चैट और ईमेल के जरिए कंपनी से इस समस्या को सुलझाने की रिक्वेस्ट कर रहा था बावजूद, उसे कोई समाधान नहीं मिला। जिसके बाद शख्स ने इसकी कंप्लेंट फाइल कर दी। वहीं उबर इंडिया ने किराया बढ़ाने के मामले में बचाव करते हुए कहा कि राइड के दौरान कई रूट बदलने की वजह से किराया बढ़ाया गया था।
ट्रांसपेरेंसी बनाए रखना सर्विस प्रोवाइडर्स की जिम्मेदारी
हालांकि, आयोग ने इस बात पर जोर दिया कि एक्चुअल किराया और वसूल किए गए किराए में काफी ज्यादा अंतर है। जिसके बाद पराशर के पक्ष में फैसला सुनाया गया और मानसिक परेशानी और उत्पीड़न के लिए उबर को मुआवजा देने के लिए कहा गया। आयोग ने आगे कहा कि ट्रांसपेरेंसी बनाए रखना और यूजर्स के विश्वास को बनाए रखना उबर जैसे सर्विस प्रोवाइडर्स की जिम्मेदारी है।