whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

गुजरात के किसानों को राहत पैकेज देगी सरकार, भारी बारिश के चलते फसलों को हुआ नुकसान

Gujarat Govt May Announce Relief Package For Farmers: गुजरात में ज्यादा भारी बारिश की वजह से कई जिलों में किसानों की हालत खस्ता हो गई है। भारी बारिश के कारण खरीफ की फसलें बह गईं। ऐसे में अब किसान सरकार से राहत पैकेज का इंतजार है।
01:45 PM Oct 17, 2024 IST | Deepti Sharma
गुजरात के किसानों को राहत पैकेज देगी सरकार  भारी बारिश के चलते फसलों को हुआ नुकसान
gujarat govt may Announce relief package for farmers

Gujarat Govt May Announce Relief Package For Farmers: गुजरात में मॉनसून सीजन के दौरान कई जगहों पर भारी बारिश हुई। खासकर श्रावण माह में भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर खेतों में पानी भर गया।

Advertisement

अब किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। खासकर सौराष्ट्र में किसानों को जबरदस्त नुकसान हुआ है। इसके अलावा सौराष्ट्र में हरित आपातकाल घोषित करने की भी मांग की गई। बारिश से मिट्टी का कटाव भी हुआ। सरकार की ओर से किसानों के लिए राहत पैकेज का ऐलान हो सकता है।

किसानों के लिए राहत पैकेज का ऐलान

गुजरात में भारी बारिश के कारण किसानों को नुकसान हुआ है। कई स्थानों पर भूमि का कटाव हो गया। उसमें सरकार किसानों के लिए फसल क्षति के लिए एक हजार करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है। इस पैकेज में करीब चार लाख किसानों को शामिल किया जाएगा। किसानों को राहत पैकेज पर अंतिम मुहर लगना अभी बाकी है। राहत पैकेज को लेकर जल्द ही आधिकारिक ऐलान हो सकता है।

Advertisement

कृषि विभाग ने किया सर्वे

कृषि विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सर्वे कराया गया है कि राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों को कितना नुकसान हुआ है। यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, खरीफ सीजन में भारी बारिश से भारी नुकसान हुआ है। राज्य के 14 जिले प्रभावित हुए हैं। ताकि अगले दिन सरकार की ओर से किसानों को राहत देने के लिए पैकेज का ऐलान किया जा सके। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने गुजरात के लिए 600 करोड़ रुपये के पैकेज का भी ऐलान किया है।

Advertisement

सौराष्ट्र में भारी बारिश के बाद किसानों ने हरित सूखा घोषित करने की भी मांग की। इस साल मॉनसून के लंबे समय तक खिंच जाने के कारण हाल ही में बारिश हुई। ऐसे में किसानों की हालत और भी मुश्किल हो गई है। एक ओर जहां मानसून में भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया और फसलें भी बर्बाद हुईं।

ये भी पढ़ें- गुजरात में बनेगा भारत का पहला नेशनल मैरीटाइम हेरिटेज कॉम्प्लेक्स, जानिए इसकी खासियत

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो