गुजरात के 5000 लोगों के लिए इस सेक्टर में खुलेंगे रोजगार के अवसर, जानिए किनके बीच हुआ MOU साइन
MoU Signing Ceremony: राज्य सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात के तकनीकी इको सिस्टम में एक नया मील का पत्थर जोड़ते हुए ग्लोबल लीडर जाबिल के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर साइन किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत प्रौद्योगिकी और उद्योग में महत्वपूर्ण बदलाव का चालक बन गया है और डिजिटल इनोवेशन के लिए ग्लोबल हब बनने की ओर बढ़ रहा है।
भारत सेमीकंडक्टर मिशन, भारत एआई मिशन, राष्ट्रीय क्वांटम मिशन जैसी अग्रणी पहलों के साथ यह एमओयू इस संदर्भ में एक और सफल कदम होगाएआई, आईओटी और 5 जी प्रौद्योगिकियों के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
यह एमओयू प्रधानमंत्री के नेतृत्व और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस परिवर्तन यात्रा को और तेज करने में एक और सफल कदम होगा। गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और आपूर्ति श्रृंखला समाधान में विश्व अग्रणी जाबिल के बीच इस समझौता ज्ञापन के अनुसार, जाबिल का धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र डीएसआईआर में 1,000 करोड़ रुपये का संभावित निवेश है।
માનનીય વડાપ્રધાન શ્રી નરેન્દ્રભાઈ મોદીના #MakeInIndia ના વિઝનને સાકાર કરવાની દિશામાં આગળ વધતાં ગુજરાતે વધુ એક કદમ ભરી આજે વૈશ્વિક અગ્રણી કંપની Jabil સાથે MoU કર્યા છે, જે અંતર્ગત ધોલેરા સ્પેશિયલ ઇન્વેસ્ટમેન્ટ રિજન DSIR માં રૂ. ૧,૦૦૦ કરોડ રૂપિયાના રોકાણ સાથે ઇલેક્ટ્રોનિક્સ… pic.twitter.com/MEe4BxpImp
— Bhupendra Patel (@Bhupendrapbjp) November 14, 2024
5000+ नौकरियां होंगी पैदा
गुजरात सरकार नेटवर्किंग, कैपिटल गुड्स, ऑटोमोटिव और अन्य क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की मौजूदगी में साइन इस एमओयू के अनुसार जाबिल अपना दायरा बढ़ाने और 2027 तक 5000 से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे अनुसंधान एवं विकास क्षमता में बढ़ोतरी होगी और नए कौशल का विकास होगा।
इनके बीच हुआ MOU
एमओयू पर जाबिल की ओर से बीएन शुक्ला (Director of Operations) और मनीष गुरवानी, मिशन निदेशक, गुजरात राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन (Gujarat State Electronics Mission) ने हस्ताक्षर किए।
एमओयू का आदान-प्रदान विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव, मोना खंडार और ग्लोबल के कार्यकारी उपाध्यक्ष फ्रेडरिक मैककॉय के बीच किया गया। राज्य में नोडल कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में जीएसईएम इलेक्ट्रॉनिक्स एरिया में निवेश की सुविधा देता है।
मेक इन इंडिया पहल को मिलेगा बढ़ावा
यह एमओयू उच्च-कुशल रोजगार के अवसर पैदा करके और विश्व स्तरीय उत्पादों का निर्माण करके राज्य के प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा। धोलेरा एसआईआर को सरकार द्वारा हाई-टेक विनिर्माण का समर्थन करने के लिए उद्योग-तैयार प्लग-एंड-प्ले बुनियादी ढांचे और कुशल लॉजिस्टिक ढांचे के साथ विकसित किया गया है। इससे प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा मिलेगा।
दुनिया के टॉप ब्रांडों का एक विश्वसनीय भागीदार, जाबिल व्यापक इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और आपूर्ति श्रृंखला समाधान प्रदान करता है। अलग-अलग उद्योगों में 50 से अधिक सालों के अनुभव और दुनिया भर में 100 से अधिक साइटों के विशाल नेटवर्क के साथ, यह स्केलेबल और अनुकूलित समाधान प्रदान करने के लिए स्थानीय विशेषज्ञता के साथ वैश्विक पहुंच को भी जोड़ता है।
धोलेरा में असाधारण अवसरों के विकास
माइक्रोन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, सीजी पावर और क्रेन्स जैसे टेक्नोलॉजी नेताओं द्वारा गुजरात में सेमीकंडक्टर संचालन की स्थापना से बढ़ावा मिला है। टाटा समूह की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (Tata Electronics Private Limited) धोलेरा में भारत का पहला कमर्शियल सेमीकंडक्टर फैब बना रही है।
भारत में जेबिल का नियोजित विस्तार एक मजबूत और सहक्रियात्मक पारिस्थितिकी तंत्र (Synergistic Ecosystem) को बढ़ावा देगा, जबकि प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए धोलेरा में असाधारण अवसरों के विकास में तेजी लाएगा।
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