'2047 तक गुजरात को बनाएंगे 3.5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था', कार्यक्रम में बोले CM भूपेन्द्र पटेल
CM Bhupendra Patel Gujarat Economy: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम भूपेन्द्र पटेल ने गुरुवार सूरत में 'ग्रोथ हब' के तहत आर्थिक क्षेत्र की आर्थिक विकास योजना का शुभारंभ किया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने 'ग्रोथ हब' के रूप में सूरत और इसके आसपास के नवसारी, भरूच, डांग, तापी और वलसाड जिलों को विकसित करने के लिए 'ग्रोथ हब' योजना बनाई है, जिसका आज शुभांरभ किया गया। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि वह गुजरात को साल 2047 तक 3.5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाएंगे।
મુખ્યમંત્રીશ્રીએ સુરતને ગુજરાતનું ‘ગ્રોથ એન્જિન’ ગણાવતાં જણાવ્યું હતું કે, માનનીય વડાપ્રધાન શ્રી નરેન્દ્રભાઇ મોદીએ દેશને વિશ્વની ત્રીજી સૌથી મોટી અર્થવ્યવસ્થા બનાવવા માટે દેશના રાજ્યોના ચોક્કસ વિસ્તારોમાં આર્થિક, સામાજિક, ઔદ્યોગિક વિકાસને વેગ આપવા ગ્રોથ હબનું વિઝન આપેલ છે ત્યારે… pic.twitter.com/PXbxeZOjxw
— CMO Gujarat (@CMOGuj) September 19, 2024
गुजरात की कायापटल
बता दें कि आर्थिक विकास योजना में आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक, औद्योगिक, सड़क संपर्क के अलग-अलग प्रकार के विकासात्मक मानदंड शामिल हैं। इस दौरान सीएम भूपेन्द्र पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि देश का ग्रोथ इंजन गुजरात है और गुजरात का ग्रोथ इंजन सूरत है। राज्य सरकार हमेशा सूरत के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि जब 1960 में गुजरात और महाराष्ट्र से अलग हुए तो लोग कह रहे थे कि जिस गुजरात में गलियां, रेगिस्तान और पहाड़ थे, उसका विकास कैसे होगा? इसके बाद साल 2001 से गुजरात को एक ऐसा दूरदर्शी मुख्यमंत्री मिला। जिसने गुजरात की कायापटल कर दी।
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3.5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि गुजरात में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुजलाम, सुफलाम और सबकी योजना शुरू की, जिससे गांव-गांव में जल क्रांति आई। वाइब्रेंट समिट से गुजरात को रोजगार मिला। आज गुजरात देश का रोल मॉडल बन गया है। अगले 25 साल तक गुजरात के विकास पर फोकस करते हुए नीति आयोग ने सूरत समेत दक्षिण गुजरात के 6 जिलों के विकास का प्लान तैयार किया है। इस मास्टर प्लान की मदद से राज्य के लोगों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। नीति आयोग की मदद से रोड मैप 2047 बनाने वाला सूरत देश का पहला शहर है। हम 2047 तक गुजरात को 3.5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाएंगे।