NEET UG Scam 2024: '10 लाख दो, ओएमआर शीट खाली छोड़ देना, हो जाएगा NEET में एडमिशन'...गोधरा के 5 शातिर जेल भेजे
NEET Exam Scam Update: (ठाकुर भूपेंद्र सिंह, गुजरात) गुजरात के गोधरा में NEET की परीक्षा के नाम चल रहे बड़े घोटाले का पर्दाफाश मई में हुआ था। पंचमहल जिले की पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें अब तक ढाई करोड़ रुपये का मनी ट्रेल सामने आया है। पुलिस के मुताबिक छात्रों से पैसे लेकर NEET की परीक्षा पास कराने की बड़ी साजिश रची गई थी। मई में पंचमहल जिले के कलेक्टर को समय रहते साजिश की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर गोधरा के जय जलाराम स्कूल के NEET एग्जाम सेंटर का निरीक्षण उन्होंने किया था। वहां बच्चों से पैसे लेकर पास कराने की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ था। जिसके बाद पंचमहल जिले के शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार 5 मई को होने वाले NEET एग्जाम में जय जलाराम NEET एग्जाम सेंटर के लॉबी कंडक्टर की जिम्मेदारी तुषार भट्ट के पास थी। जो किसी छात्र से 10 लाख रुपये लेने वाला था।
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इससे पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने एग्जाम सेंटर पहुंचकर छापा मारा और तुषार भट्ट से पूछताछ की थी। भट्ट के फोन से परशुराम रॉय नाम के व्यक्ति के साथ चैटिंग की कुछ तस्वीरें मिली, जिसमें 11 छात्रों के नाम, रोल नंबर और एग्जाम सेंटर का पता लिखा था। तुषार भट्ट की कार से 7 लाख कैश बरामद हुआ था। जांच में पता लगा था कि गोधरा के आरिफ वोरा और वडोदरा के रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम रॉय की छात्रों से पैसे लेकर पास कराने की संदिग्ध भूमिका सामने आई।
भट्ट के फोन में मिली छात्रों की लिस्ट
इतना ही नहीं, भट्ट के फोन से 20 से ज्यादा छात्रों के नाम के आगे कन्फर्म समेत की निशानियां तक मिली। जांच तेज की गई तो पता चला कि तुषार भट्ट को आरिफ वोरा ने एजेंट के तौर पर छात्रों से मुलाकात करवाई थी। हर किसी से 7 लाख एडवांस दिलवाए गए थे। जांच में सामने आया कि 10-10 लाख रुपये NEET एग्जाम पास करवाने के लिए हर छात्र से लिए गए थे।
भट्ट ने सभी छात्रों से 7 लाख एडवांस लेकर OMR शीट ब्लैंक छोड़ देने के लिए कहा था। ताकि ब्लैंक शीट को भरकर पास कराया जा सके। गोधरा के सिर्फ एक नहीं, बल्कि दोनों एग्जाम सेंटर जय जलाराम स्कूल के ही थे। पंचमहल पुलिस ने वडोदरा से लेकर पंचमहल तक छापामारी कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। स्कूल के चेयरमैन दीक्षित पटेल ने कहा था कि भट्ट टीचर था और NEET एग्जाम का सुपरवाइजर था।
आरोपी तुषार को किया सस्पेंड
आरोपी तुषार को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस ने तुषार भट्ट, टीचर पुरुषोत्तम शर्मा, परशुराम रॉय, विभोर आनंद, आरिफ वोरा को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। मुख्य आरोपी तुषार भट्ट ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी। लेकिन उसे खारिज कर दिया गया। गोधरा सेशन कोर्ट ने NEET एग्जाम के इस फर्जीवाड़े का खुलासा करने के लिए जिला पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की सराहना की थी। पुलिस ने इस पूरे मामले में सामने आए छात्रों के नाम के आधार पर उनके और अभिभावकों के बयान दर्ज किए हैं। रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम रॉय ने कई छात्रों के माता-पिता से मेडिकल प्रवेश के लिए रुपये कैश और चेक में लिए थे। जिसकी कीमत अब तक की जांच के आधार पर करीब ढाई करोड़ पहुंचती है।
पंचमहल के एसपी हिमांशु सोलंकी का मानना है कि छात्रों की जो सूची मिली है, उन सभी को पैसे लेकर एग्जाम पास कराना आरोपियों का मकसद था। जिसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने NTA से कई अहम जानकारियां मांगी हैं। पुलिस के मुताबिक NTA से जानकारी मांगी गई है कि एग्जाम कैसे कंडक्ट होते हैं। एग्जाम के ऑब्जर्वर और सुपरवाइजर की भर्ती प्रक्रिया तक की जानकारी पुलिस जुटा रही है। सभी आरोपियों से बरामद फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की FSL रिपोर्ट मांगी गई है। बिचौलिए आरिफ वोरा गोधरा के भाजपा माइनोरिटी सेल से जुड़ा हुआ था। जिसको गिरफ्तारी के बाद पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है।