Gujarat: ट्रैफिक रूल्स तोड़ने पर खैर नहीं... AI इंटरसेप्टर घर पहुंचाएगा मेमो; अहमदाबाद से होगी शुरुआत
Gujarat Ahmedabad Traffic Police Special Initiative: गुजरात सरकार प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रही है। राज्य सरकार के इस नेक काम में अहमदाबाद ट्रैफिक पुलिस भी अपना खास योगदान दे रही है। इसी के तहत अहमदाबाद ट्रैफिक पुलिस नए साल से यातायात को और अधिक सुगम बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंटरसेप्टर वैन का इस्तेमाल करने जा रही है। इन AI इंटरसेप्टर वैन का उपयोग उन जगहों पर किया जाएगा, जहां सिग्नल नहीं है या भारी ट्रैफिक है या ट्रैफिक जाम है। इन सभी जगहों पर इंटरसेप्टर वैन के जरिए पेट्रोलिंग की जाएगी। इसके साथ ही ट्रैफिक रेगुलेशन के साथ-साथ 14 तरह के ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को ई-मेमो दिया जाएगा। ऐसे 5 AI इंटरसेप्टर मेमो वैन चालू कर दी गई हैं।
ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर ड्राइवर मिलेगा मेमो
अहमदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने गश्त के साथ ट्रैफिक नियमों को लागू करने के लिए आधुनिक तरीका अपनाया है। AC ड्राइवरों को यातायात उल्लंघन से बचने में मदद करेगा। पांच कैमरा वैन तैनात की गई हैं। इस वैन में 14 तरह के ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन का मेमो ड्राइवर के घर तक पहुंचाया जाएगा।
शहर में ट्रैफिक समस्या को कम करने और लोगों की जान बचाने के लिए ट्रैफिक पुलिस तत्पर पर है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा हेलमेट न पहनना, ओवर स्पीड, स्टॉप लाइन का उल्लंघन, बीआरटीएस मार्ग पर अतिक्रमण, बिना नंबर प्लेट, ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन, ट्रिपल राइडिंग, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करना, गलत साइड ड्राइविंग, नो-पार्किंग नियम का उल्लंघन, अंधाधुंध पार्किंग, सीट बेल्ट नहीं बांधना, फ्री लेफ्ट टर्न को ब्लॉक करना, कार में लगी डार्क फिल्म, ई-मेल में 5 इंटरसेप्टर तैयार करेंगे। मेमो वाहन धारक के घर पहुंचा दिया जाएगा।
अहमदाबाद में फिलहाल 212 सर्किल पर CCTV है। लेकिन शिवरंजनी, श्यामल, सोला, गोटा, इस्कॉन और पकवान सर्किल के साथ ही छोटी गलियों, संकरी सड़कों पर कैमरे प्रभावी नहीं हैं। इन सभी जगहों पर कैमरे वाली इंटरसेप्ट वैन का इस्तेमाल किया जाएगा।
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कैसे काम करेंगे खुफिया AI कैमरे?
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहर की ट्रैफिक पुलिस की इंटरसेप्टर वैन गश्त करने के साथ-साथ ट्रैफिक समस्या पैदा करने वाले वाहनों को कैमरे में रिकार्ड कर ई-मेमो तैयार करने का काम AI द्वारा किया जाता है। यह खुफिया जानकारी वाले कैमरों से चलेगा। ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ सिस्टम के समन्वय से सभी वाहनों के डेटा का एक प्रोग्राम बनाया गया है। वाहन के नंबर के आधार पर यह प्रोग्राम AI का पता लगाएगा। इंटरसेप्टर फोटो खींचकर कंट्रोल रूम सर्वर को भेज देगा, जो एक ई-मेमो बन जाएगा।'
ट्रैफिक पुलिस के पास हैं 5 इंटरसेप्टर वैन
खबरों की मानें तो शहर ट्रैफिक पुलिस के पास पांच इंटरसेप्टर वैन हैं। इसमें कैमरे लगे हुए हैं। इंटरसेप्टर वैन गश्त अभियान चलाती हैं और ट्रैफिक जाम तक पहुंचती हैं। यहां तक कि प्रमुख चार सड़कों या आंतरिक सड़कों पर भी जो ट्रैफिक जाम पैदा करती हैं, इंटरसेप्टर की कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके यातायात को आसान बनाया जाएगा। इसके अलावा ट्रैफिक जाम की मूल वजह वाहन चालकों को ई-मेमो देने की प्रक्रिया भी इस साल पूरी तरह से लागू हो जाएगी।