Gujarat: भावनगर के हीरा उद्योग पर पड़ रहा मंदी का असर, इतिहास में पहली बार हुआ ये काम
Gujarat Bhavnagar Diamond Industry: गुजरात के भावनगर में स्थित हीरा उद्योग पर बाजार की मंदी का काफी गरहा असर दिख रहा है। इन दिनों हीरा उद्योग पर संकट के बादल घिरे हुए है, जो अब दिखाई भी दे रहे हैं। दरअसल, हीरा उद्योग के इतिहास में पहली बार सातवें और आठवें दिन 10 से 15 दिन की बड़ी छुट्टी की घोषणा की गई है। पहले सातवें और आठवें त्योहार पर सिर्फ 3-5 दिन की छुट्टी होती थी, लेकिन इस बार 10 से 15 दिनों की छुट्टी का ऐलान किया गया है।
50 प्रतिशत कम हुआ हीरा उद्योग का प्रोडक्शन
रिपोर्ट्स की माने तो हीरा उद्योग पर पहला बम रूस-यूक्रेन के युद्ध में गिरा, जिसके बाद कच्चे हीरे की ऊंची कीमतें और पॉलिश किए गए हीरे के कम दाम ने हीरा उद्योग के प्रोडक्शन को 50 प्रतिशत कम कर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर बाजार के हालात ऐसे ही रहे और कोई बदलाव नहीं हुआ तो इस उद्योग से कुछ व्यापारियों की छुट्टी हो जाएगा। इससे अगर सरकार हीरा उद्योग में जान फूंकती है तो इस उद्योग को बचाया जा सकता है। बता दें कि भावनगर जिले में हीरे के कार्यालय और कारखानों की 4000 यूनिट हैं, इनसे में 10 प्रतिशत यूनिट बंद हो गई हैं।
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हीरा उद्योग को सरकारी समर्थन
भावनगर डिस्ट्रिक्ट डायमंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्यामभाई पटेल ने कहा कि हीरा उद्योग को कोई सरकारी समर्थन नहीं मिलता है और मौजूदा स्थिति में रोज कमाने-खाने वाले कारीगरों के लिए स्थिति गंभीर हो गई है। सरकार रत्नदीप योजना या अन्य कोई सहायता पैकेज लागू कर इस उद्योग में नई जान फूंके तभी इस उद्योग को जीवित रखा जा सकता है।