पहले बारिश फिर तूफान अब गुजरात पर नई आफत, सड़कों पर घूम रहे मगरमच्छ
Bhupendra Singh Ahmedabad : गुजरात का वडोदरा शहर इस बार की बाढ़ में बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शहर की सड़कों, बाजारों और घरों में पानी भर गया, जिससे भारी तबाही हुई। जैसे ही बाढ़ का पानी उतरना शुरू हुआ, एक और बड़ा खतरा सामने आया – मगरमच्छों का। विश्वामित्री नदी, जिसमें बड़ी संख्या में मगरमच्छ रहते हैं, बाढ़ के पानी के साथ शहर में फैल गए। अब ये मगरमच्छ गलियों, मोहल्लों और घरों में नजर आने लगे हैं, जिससे स्थानीय लोगों में खौफ बढ़ गया है। वन विभाग ने कई मगरमच्छों को पकड़कर उनके ठिकानों पर लौटाने की कोशिश शुरू कर दी है, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। इस स्थिति ने वडोदरा की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं, और अब शहरवासियों को बाढ़ के बाद मगरमच्छों के आतंक से भी जूझना पड़ रहा है।
यह भी पढ़े : मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने की प्रभावितों से मुलाकात, द्वारका में सरकारी व्यवस्थाओं का लिया जायजा
गुजरात में भारी बारिश का मंजर 🫢😳
बारीश इतनी तेज है की चारों ओर बाढ़ के है हालत
वडोदरा, अहमदाबाद गुमने से बचे &। अत्यंत आवश्यक काम ना हो तो safe जगह पर बने रहे 🙏🙏
#HeavyRainfall #GujaratFlood #RainGujarat pic.twitter.com/fOrfBrOMvG— Anil yadav (@Akcreator0) August 28, 2024
विश्वामित्री नदी और मगरमच्छों की कहानी
विश्वामित्री नदी, वडोदरा के लिए एक इम्पोर्टेन्ट नदी है, लेकिन इसमें रहने वाले मगरमच्छ इस नदी को अलग पहचान देते हैं। यह नदी एशिया की एकमात्र ऐसी नदी मानी जाती है, जिसमें लगभग 350 से 400 मगरमच्छ रहते हैं। वडोदरा को इस वजह से "मगरमच्छों का शहर" भी कहा जाता है। बाढ़ के दौरान ये मगरमच्छ पानी के साथ शहर में बहकर आ गए, जिससे लोग डरे और सहमे हुए हैं।
#Ahmedabad वैष्णोदेवी सर्कल अंडरपास में अभी भी 5-7 फीट पानी भरा है। बारिश नहीं हुई तो आज रात तक पानी निकल सकता है वरना???#GujaratFlood #HeavyRainfall pic.twitter.com/5JzmY96fok
— Ketan Joshi (CNBC आवाज़) (@imketanjoshi) August 30, 2024
बाढ़ के साथ मगरमच्छों की हुई शहर में एंट्री
बारिश के बाद विश्वामित्री नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया और इसके साथ मगरमच्छ भी शहर के कई इलाकों में फैल गए। शहर की गलियों, मोहल्लों और घरों के पास अब मगरमच्छ नजर आने लगे हैं। अकोटा, सयाजीगंज, कलाली, वडसर जैसे कई क्षेत्रों में मगरमच्छों को देखा गया। यहां तक कि एक 12 फुट लंबा मगरमच्छ एक घर के पास पाया गया, जिससे स्थानीय लोग बहुत डरे हुए हैं।
ये वीडियो हो रहा है वायरल
Gujarat: Vadodara pic.twitter.com/avJw2jCnjD
— Devansh Shankhdhar (@Devanshshankh13) August 30, 2024
वन विभाग की रेस्क्यू कार्रवाई
बाढ़ के बाद वन विभाग ने मगरमच्छों को पकड़ने और उन्हें वापस उनके ठिकानों पर छोड़ने का काम शुरू कर दिया। पिछले दो दिनों में दर्जन भर मगरमच्छों को बचाया गया है, लेकिन ये संख्या अभी और बढ़ने की संभावना है। बाढ़ का पानी उतरने के साथ मगरमच्छों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
यह भी पढ़े : गुजरात CM भूपेन्द्र पटेल ने की स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की समीक्षा, अधिकारियों को मिले सख्त निर्देश
યુનિ.માં મગર નીકળતા યુનિ.માં ભયનો માહોલ
વડોદરાની M.S. યુનિ.માં મગર નીકળ્યો...#zee24kalak #RAIN #GujaratFlood pic.twitter.com/Q9FCrnpBBh
— Dixit Soni (@DixitGujarat) August 30, 2024
इंसानों पर मगरमच्छों का हमला – क्या है स्थिति?
हालांकि बाढ़ के बाद मगरमच्छों की बड़ी संख्या में शहर में मौजूदगी से डर बना हुआ है, लेकिन अब तक किसी इंसान पर हमले की खबर नहीं आई है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मगरमच्छ आमतौर पर इंसानों पर हमला नहीं करते, जब तक कि उन्हें खतरा महसूस न हो। मगरमच्छ बेहद समझदार और सोचने-समझने वाले जीव होते हैं। बाढ़ के कारण वे खुद भी भयभीत होते हैं और इंसानों से दूर रहना पसंद करते हैं।
🚨Gys, यह है मोदी के गुजरात का एकता पूर्ण जलवा, चाहे हमारे गुजरात में कुछ भी हो जाए "गरबा" नहीं रुकने वाला..
pic.twitter.com/tpTGjKRVKt— काजू कसाटा / શનિ 🇮🇳 (@kaju_boy8890) August 30, 2024
वडोदरा में मगरमच्छों का डर और सुरक्षा
बाढ़ के साथ मगरमच्छों का खतरा वडोदरा के निवासियों के लिए एक नई चुनौती बन गया है। लोग अब बाढ़ के पानी से तो उबर रहे हैं, लेकिन मगरमच्छों के आसपास होने का डर बना हुआ है। ऐसे में वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के लिए यह बड़ी जिम्मेदारी बन गई है कि वे स्थिति को संभालें और लोगों को सुरक्षित रखें।