सूरत में BJP के 'ऑपरेशन निर्विरोध' से चारों खाने चित्त हुई कांग्रेस, जानें कैसे नामांकन से पहले ही तय हो गई थी जीत?
Gujarat Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। इसके बाद लगातार 1 जून तक सात चरणों में मतदान होना है। वहीं नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। इस बीच भाजपा ने गुजरात की सूरत सीट पर निर्विरोध जीत दर्ज की है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी ने भाजपा के प्रत्याशी मुकेश दलाल से चुनाव से पहले ही हाथ मिला लिया। ऐसे में आइये जानते हैं कैसे सफल हुआ ऑपरेशन निर्विरोध?
इस जीत की कवायद तो नामांकन के दौरान ही रखी गई थी। जब नीलेश कुंभाणी ने नामांकन के समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जगह रिश्तेदारों को प्रस्तावक बनाया। जानकारी के अनुसार कुंभाणी ने प्रस्तावकों में अपने बहनोई जगदीया सावलिया और बिजनेस पार्टनर ध्रुविन धामेलिया, रमेश पालरा को बनाया। इतना ही नहीं नीलेश ने कांग्रेस के डमी प्रत्याशी सुरेश पडसाला का प्रस्तावक भी अपने भांजे भौतिक को बनवाया। परचा दाखिल करने के दौरान कुंभाणी तीनों में से किसी प्रस्तावक को चुनाव अधिकारी के सामने नहीं ले गए। ऐसे में चारों प्रस्तावकों ने हस्ताक्षर फर्जी होने का शपथ पत्र दे दिया इसके बाद स्वयं भूमिगत हो गए।
बसपा समेत अन्य प्रत्याशियों को ऐसे मनाया
सूरत सीट से बसपा के टिकट पर प्यारेलाल भारती मैदान में थे। इनके अलावा 3 और छोटे दलों के प्रत्याशी भी मैदान में थे। सभी प्रत्याशी एक साथ सूरत से वडोदरा पहुंचे और एक फाॅर्म हाउस में जा बैठे। हालांकि प्यारेलाल की खोज के लिए क्राइम ब्रांच का सहारा लिया गया। इसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर उन्हें वडोदरा बुलाया।
बातचीत से ही राजी हो गए निर्दलीय
बसपा के प्रत्याशी को मनाने से पहले भाजपा के मुकेश दलाल ने 4 निर्दलीय प्रत्याशियों को राजी किया। यहां मुलाकात और आमने-सामने बैठते ही निर्दलीय प्रत्याशी मैदान छोड़ने को राजी हो गए। इतना ही नहीं इसके लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सक्रिय होकर सभी समाजों के लोगों से बातचीत की। इसके बाद सभी ने नाम वापस ले लिया।
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तानाशाह की असली 'सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है!
जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है।
मैं एक बार फिर कह रहा हूं - यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 22, 2024
संविधान बचाने का चुनाव है- राहुल गांधी
वहीं इस जीत पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी और भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तानाशाह की असली सूरत फिर से देश के सामने हैं। मैं फिर कह रहा हूं यह चुनाव देश और संविधान को बचाने का है। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि सूरत की जीत 400 पार के लक्ष्य की पहली जीत है। हम इस जीत को पीएम मोदी को समर्पित करते हैं।
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