अपने ही कार्यकर्ताओं के विरोध में उलझी बीजेपी, कहीं पोस्टर वॉर तो कहीं हो रहा चक्का जाम
Lok Sabha Election 2024 (ठाकुर भूपेंद्र सिंह): गुजरात की सभी 25 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता छह सीटों वडोदरा, साबरकांठा, सुरेन्द्रनगर, राजकोट, पोरबंदर और वलसाड पर पार्टी द्वारा उतारे गए प्रत्याशियों का विरोध कर रहे हैं। इन जगहों पर उम्मीदवारों के खिलाफ पोस्टर लगाए जा रहे हैं, कहीं चक्का जाम कर विरोध जताया जा रहा है।
विरोध होने पर बदलना पड़ा उम्मीदवार
लोकसभा उम्मीदवारों के विरोध की शुरुआत पहली लिस्ट की घोषणा के बाद से ही शुरू हो गई थी। पहली सूची आने के बाद वडोदरा से दो बार की सांसद रंजन भट्ट का विरोध हुआ, उन्हें तीसरी बार उम्मीदवार बनाया गया था। राष्ट्रीय महिला मोर्चा की पूर्व उपाध्यक्ष ज्योति पंड्या ने रंजन भट्ट के विरोध में बयान दिया। इसके बाद पार्टी ने ज्योति को तो पार्टी से निलंबित कर दिया है, लेकिन प्रत्याशी का विरोध नहीं थमा। इतना ही नहीं वडोदरा की गलियों में रंजन भट्ट के खिलाफ पोस्टर लग गए। विरोध बढ़ा तो रंजन भट्ट ने खुद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। अब उनकी जगह हेमांग जोशी को उम्मीदवार बनाया गया है।
कार्यकर्ताओं ने रखी मांग
पोरबंदर से बीजेपी उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के खिलाफ भी पोस्टर बैनर के जरिए कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। दरअसल, मांडविया भावनगर के रहने वाले हैं और उनकी पोरबंदर की उम्मीदवारी पर कार्यकर्ता खफा हैं। ऐसा ही कुछ सुरेंद्रनगर लोकसभा में है यहां मोरबी में रहने वाले चंदू सीहोर को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। इसका अलावा सुरेंद्रनगर में कोली समाज के लोगों की संख्या ज्यादा है वे अपने समाज का उम्मीदवार चाहते हैं।
विरोध में सोशल मीडिया पर पत्र वायरल
साबरकांठा से पार्टी ने पहले भीखाजी ठाकोर को उम्मीदवार बनाया था। विरोध के बाद अब यहां से शोभना बारैया को उम्मीदवार बनाया गया है। जिससे भीखाजी के समर्थक उनका विरोध कर रहे हैं। उधर, दक्षिण गुजरात के वलसाड में भी कुछ ऐसी ही स्थिति है यहां वलसाड से बीजेपी के उम्मीदवार धवल पटेल की उम्मीदवारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पत्र वायरल हो रहे हैं। जिसके बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने स्थानीय कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाकर मामला शांत करने का प्रयास किया है।