'विकसित भारत के उद्देश्य से जन-जन को जोड़ें’, स्वामी नारायण मंदिर के द्विशताब्दी समारोह में बोले PM मोदी
Bicentenary Celebrations Of Swami Narayan Temple: आज खेड़ा वडताल स्वामी नारायण मंदिर की स्थापना की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित द्विशताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में, पीएम मोदी वर्चुअली शामिल हुए और शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर पीएम मोदी ने 200 चांदी के सिक्के का अनावरण किया है। पीएम मोदी ने स्वामीनारायण मंदिर के द्विशताब्दी समारोह में वर्चुअली शामिल होकर भावी श्रद्धालुओं को संबोधित किया. इस मौके पर वडताल मंदिर में 200 रुपये के चांदी के सिक्के का भी अनावरण किया गया। आज द्विशताब्दी समारोह का 5वां दिन है। फिर पूरे वडताल मंदिर परिसर में एक बड़ा जश्न मनाया जा रहा है।
200 रुपए के चांदी के सिक्के का अनावरण
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि 200 साल पहले भगवान स्वामी नारायण द्वारा स्थापित स्वामी नारायण मंदिर की आध्यात्मिक चेतना को हमने आज भी बरकरार रखा है. इसके साथ ही कहा कि इस मौके पर भारत सरकार 200 रुपये के चांदी के सिक्के का अनावरण कर रही है। पीएम ने स्वामी नारायण संप्रदाय के चरणों में प्रणाम किया और इस मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं पर खुशी जाहिर करते हुए उनका अभिनंदन किया।
देश निश्चित लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा
उन्होंने कहा कि द्विशताब्दी समारोह केवल एक आयोजन या इतिहास की तारीख नहीं है। ये मेरे जैसे हर व्यक्ति के लिए, जो वड़ताल धाम में अनन्य आस्था के साथ बड़ा हुआ है, उसके लिए बहुत बड़ा अवसर है। मैं मानता हूं, हमारे लिए ये अवसर भारतीय संस्कृति के शाश्वत प्रवाह का प्रमाण है। 200 साल पहले जिस वडताल धाम की स्थापना भगवान स्वामी नारायण ने की थी हमने आज भी उसकी अध्यात्मिक चेतना को जगाए रखा है।
Addressing a programme marking the 200th anniversary celebrations of Shree Swaminarayan Mandir in Vadtal.https://t.co/5pDPQLPpgj
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2024
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आज भी यहां भगवान स्वामी नारायण की शिक्षाओं को, उनकी ऊर्जा को अनुभव कर सकते हैं। आज हमारे युवाओं के सामने एक बहुत बड़ा उद्देश्य उभर कर आया है। पूरा देश एक निश्चित लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है।
सशक्त और शिक्षित युवाओं का निर्माण करना
उन्होंने कहा कि वडताल के और समस्त स्वामी नारायण परिवार के संत महात्माओं से मेरा आग्रह है कि विकसित भारत के महान उद्देश्य से जन-जन को जोड़ें, जैसे आजादी के आंदोलन में एक शताब्दी तक समाज के भिन्न-भिन्न कोने से आजादी की ललक, आजादी की चिंगारी देशवासियों को प्रेरित कर रही थी।
एक भी दिन, एक भी पल ऐसा नहीं गया जब लोगों आजादी के इरादों को, संकल्पों को छोड़ा है, जैसी ललक आजादी के आंदोलन में थी वैसी ही ललक, वैसी ही चेतना ’विकिसत भारत’ के लिए 140 करोड़ देशवासियों में हर पल होना जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि युवा, राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं और करेंगे, इसके लिए हमें सशक्त और शिक्षित युवाओं का निर्माण करना होगा। ‘विकसित भारत’ के लिए हमारे युवा सशक्त होने चाहिए। स्किल्ड युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे।
ये भी पढ़ें- अब इस शहर को टूरिज्म के लिए विकसित कर रही गुजरात सरकार; अटल सरोवर जैसी बनेगी झील