PMJAY स्कीम के तहत कैसे हुआ फ्रॉड? गुजरात में 7 अस्पताल सस्पेंड
Gujarat action against 7 Hospitals under PMJAY: गुजरात के अहमदाबाद में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत इलाज करवाने वाले 2 मरीजों की मौत हो गई। इसके बाद से ही केंद्र सरकार की यह योजना सुर्खियों में आ गई। राज्य सरकार ने मामले पर एक्शन लेते हुए 7 अस्पतालों को योजना से बाहर कर दिया है। वहीं इन अस्पतालों में चल रही धांधली का सच चौंकाने वाला है।
1,024 मरीजों से कमाया 44 लाख
गुजरात में मौजूद ख्याति अस्पताल के मालिकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। FIR में दावा किया गया है कि अस्पताल के मालिकों ने पैसे कमाने के लिए PMJAY का गलत इस्तेमाल किया है। वहीं जब मामले की छानबीन शुरू हुई तो एक-एक करके गुजरात के 7 अस्पताल दोषी पाए गए। राज्य के स्वास्थ्य सचिव धनंजय द्विवेदी ने बताया कि 95 अस्पतालों का दौरा किया गया। इनमें से कई अस्पतालों में धांधली पाई गई और उनपर 20 करोड़ का जुर्माना लगाया गया। खबरों की मानें तो PMJAY के तहत 1,024 मरीजों का इलाज किया गया, जिससे इन अस्पतालों ने 44 लाख रुपये की अवैध कमाई की।
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सरकार को हुआ 8.94 करोड़ का नुकसान
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 95 अस्पतालों ने PMJAY का गलत इस्तेमाल किया। मगर इनमें से 7 अस्पताल और 4 डॉक्टरों ने घोटाले की सारी हदें पार कर दीं। इस घोटाले के कारण सरकार को 8.94 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में राज्य सरकार ने फौ रन एक्शन लेते हुए सातों अस्पतालों का नाम PMJAY की लिस्ट से हटा दिया है।
कैसे हुई धांधली?
7 अस्पतालों की इस फेहरिस्त में ख्याति अस्पताल, अहमदाबाद के नारीत्व महिला मेडिकल स्टूडियो, राजकोट के निहित बेबीकेयर चिल्ड्रन हॉस्पिटल, वडोदरा और सूरत स्थित सनशाइन ग्लोबल अस्पताल, सोमनाथ के एवरेस्ट अस्पताल, अहमदाबाद के शिव अस्पताल और जूनागढ़ स्थित समन्वय अस्पताल का नाम शामिल है। इन अस्पतालों पर झूठी कार्डियोलॉजी सर्जरी, लैब रिपोर्ट में हेराफेरी, 98 बच्चों की झूठी एक्स-रे रिपोर्ट, ऑपरेशन, अपकोडिंग और मरीजों से ज्यादा पैसे वसूलने के आरोप हैं।
PMJAY स्कीम
बता दें कि गुजरात सरकार ने हाइब्रिड मॉडल के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना - मुख्यमंत्री अमृतम (PMJAY-MA) को मंजूरी दी थी। इस योजना के तहत बीमार मरीज 1 लाख रुपए तक का भुगतान करेगा, जबकि बाकी धनराशि राज्य सरकार के ट्रस्ट से दी जाएगी। गुजरात के कुछ प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ा गया है। वहीं अब राज्य सरकार ने 7 अस्पतालों को PMJAY की लिस्ट से निलंबित कर दिया है।
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