होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

मायावती फिर चुनाव में गठबंधन के लिए तैयार, 'जीरो पर बोल्ड' होने के बाद इस पार्टी से मिलाएंगी हाथ

BSP-INLD Alliance : लोकसभा चुनाव में जीरो पर बोल्ड होने वाली बसपा को अब चिंता सता रही है। ऐसे में पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथ उतरने की तैयारी कर रही है। इसे लेकर मायावती ने कवायद शुरू कर दी है। आइए जानते हैं कि मायावती किस पार्टी के साथ मिलाएंगी हाथ?
08:33 PM Jul 08, 2024 IST | Deepak Pandey
बीएसपी सुप्रीमो मायावती।
Advertisement

Haryana Assembly Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 में बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा। बसपा के गढ़ कहे जाने वाले यूपी में भी पार्टी का खाता तक नहीं खुला। बीएसपी सुप्रीमो मायावती की निगाहें हरियाणा विधानसभा चुनाव पर टिकी हैं। इसे लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने अभी से अपनी रणनीति तेज कर दी। पार्टी हरियाणा में एक बार फिर गठबंधन करने जा रही है, जो कांग्रेस और भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है।

Advertisement

हरियाणा चुनाव से पहले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के नेता अभय सिंह चौटाला और मायावती की मुलाकात हुई। चर्चा है कि इनेलो और बसपा दोनों पार्टियां गठबंधन कर सकती हैं। इसे लेकर मायावती और अभय चौटाला 11 जुलाई को गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। करीब 6 साल के बाद दोनों दल फिर एक साथ आएंगे।

यह भी पढे़ं : हरियाणा में BJP की नई रणनीति, जाटों को पाले में लाने के लिए कर सकती है ये बड़ा काम

जानें बसपा-इनेलो का क्या है मकसद?

Advertisement

अगर हरियाणा के जातीय समीकरण की बात करें तो जाट वोटर 22 प्रतिशत और दलित वोटर 21 प्रतिशत हैं। बसपा और इनेलो की नजरें जाट और इनेलो वोटरों पर हैं। राज्य में कभी कांग्रेस तो भाजपा की सरकार रही है। ऐसे में मायावती और अभय चौटाला का मकसद तीसरा मोर्चा तैयार करना है। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस-भाजपा को तीसरा मोर्चा बड़ी चुनौती दे सकता है। विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दावा ठोंक रही है। अब सवाल उठता है कि लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-आप के बीच गठबंधन रहेगा या नहीं?

यह भी पढे़ं : राहुल गांधी ने ली हरियाणा Congress के नेताओं की क्लास, ढाई घंटे तक चली मीटिंग, देखें Video

पहले बसपा ने कब-कब किया था गठबंधन?

अगर हरियाणा में बसपा गठबंधन के इतिहास पर नजर डालें तो पार्टी 5वीं बार अलायंस करने जा रही है। पहली बार 1998 में इनेलो-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था, तब बीएसपी के खाते में 1 सीट आई थी। 2009 में बसपा का हरियाणा जनहित कांग्रेस से, 2018 में इनेलो से, 2019 में भाजपा के पूर्व नेता राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी से अलायंस हुआ था। एक बार फिर बसपा-इनेलो एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

 

Open in App
Advertisement
Tags :
Haryana Assembly Election 2024Haryana Newsmayawati
Advertisement
Advertisement