हरियाणा में कितने परिवारवादियों को BJP ने दिया टिकट? 'कांग्रेस मुक्त' से 'कांग्रेस युक्त' हुई पार्टी

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में बीजेपी ने कांग्रेस से आए नेताओं को पूरी प्राथमिकता दी है। चाहे वह श्रुति चौधरी हों या राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव, बीजेपी ने किसी से परहेज नहीं किया है। पार्टी कांग्रेस सहित तमाम अन्य पार्टियों पर वंशवाद और परिवारवाद का आरोप लगाती रही है।

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हरियाणा में पांच अक्टूबर को एक चरण में वोटिंग होगी।

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Haryana Assembly Election 2024: परिवारवाद के मसले पर कांग्रेस और अन्य क्षेत्रियों पार्टियों को घेरने वाली बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में कम से कम 8 ऐसे लोगों को टिकट दिया है, जिनका ताल्लुक कांग्रेस से रहा है और वे अपने परिवार की राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं। बीजेपी की 67 उम्मीदवारों की लिस्ट में बहुत सारे नाम हैं, जिनका संबंध परिवारवादी राजनीति से रहा है। बीजेपी ने हरियाणा में पूर्व कांग्रेस नेता विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा को टिकट दिया है। शक्ति रानी शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा राज्य सभा सांसद हैं, उन्हें कालका सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

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इसी तरह पूर्व विधायक करतार सिंह भड़ाना के बेटे मनमोहन भड़ाना को समालखा सीट से टिकट दिया गया है। हरियाणा में 1999 में इंडियन नेशनल लोक दल की सरकार बनवाने के मामले में सीनियर भड़ाना की अहम भूमिका रही थी, हरियाणा विकास पार्टी से अलग होने वाले भड़ाना के ग्रुप ने देवी लाल के बेटे ओम प्रकाश चौटाला का समर्थन किया था, जिसके बाद राज्य में इनेलो की सरकार बनी थी और चौटाला सीएम की कुर्सी पर विराजे थे। 2012 में करतार सिंह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में आरएलडी के टिकट पर खतौली सीट से विधानसभा उपचुनाव जीता। बाद में करतार सिंह भड़ाना बीजेपी में शामिल हो गए।

आरती राव और श्रुति चौधरी को टिकट

बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह की बेटी आरती राव को अटेली सीट से मैदान में उतारा है। वरिष्ठ नेता राव इंदरजीत सिंह लगभग एक दशक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी की लिस्ट में श्रुति चौधरी भी हैं, जो वरिष्ठ नेता किरण चौधरी की बेटी हैं। किरण चौधरी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर जून 2024 में बीजेपी ज्वॉइन किया था। श्रुति चौधरी ने बीजेपी को तोशाम सीट से टिकट दिया है।

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इसी तरह बीजेपी ने आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को उम्मीदवार बनाया है। कुलदीप बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे हैं। 2007 में कांग्रेस से निकाले जाने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने हरियाणा जनहित पार्टी बनाई थी। बाद में वह 2011 में बीजेपी और 2014 में कांग्रेस के साथ चले गए। 2016 में उन्होंने हजकां का कांग्रेस में विलय कर दिया, लेकिन 2022 में बीजेपी में शामिल हो गए।

कृष्ण मिड्ढा इनेलो के पूर्व विधायक हरिचंद मिड्ढा के बेटे हैं। उन्हें जींद से टिकट दिया गया है। 2019 में जींद से चुनाव जीतने वाले मिड्ढा ने पहली बार जींद सीट बीजेपी की झोली में डाली थी।

चरखी दादरी सीट से बीजेपी ने सुनील सांगवान को टिकट दिया है। पूर्व जेलर सुनील सांगवान ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को कई बार पैरोल दिया। सुनील सांगवान पूर्व सांसद सतपाल सांगवान के बेटे हैं, जिन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन किया है।

बीजेपी की लिस्ट में एक और परिवारवादी राव नरबीर सिंह हैं, जिन्हें पार्टी ने बादशाहपुर से टिकट दिया है। राव नरबीर हरियाणा के पूर्व मंत्री महावीर सिंह यादव के बेटे हैं, और पंजाब के पूर्व एमएलसी मोहर सिंह यादव के पोते हैं।

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