whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.

विधानसभा चुनाव से पहले दुष्यंत चौटाला के साथ गठबंधन को लेकर क्या बोली BJP?

Manohar Lal Khattar slams Dushyant Chautala: हरियाणा में चुनाव से पहले अब नेताओं के बीच जमकर जुबानी तीर चल रहे हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पूर्व डिप्टी सीएम के बीजेपी में जाने वाले बयान पर जमकर हमला बोला है।
01:49 PM Aug 27, 2024 IST | Rakesh Choudhary
विधानसभा चुनाव से पहले दुष्यंत चौटाला के साथ गठबंधन को लेकर क्या बोली bjp
केंद्रीय मनोहरलाल खट्टर और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने के बाद से ही बयानों को लेकर सियासत अपने चरम पर है। सोमवार को हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वे दोबारा कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। इस पर पलटवार करते हुए आज केंद्रीय मंत्री खट्टर ने कहा कि उनको किसने बुलाया है। उन्होंने कहा कि पार्टी सीएम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनाएगी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें कौन बुला रहा है? बीजेपी हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाएगी और नया रिकाॅर्ड स्थापित करेगी। हम नायब सिंह सैनी की लीडरशिप में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं। जजपा प्रमुख और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने रविवार को कहा था कि जजपा आने वाले चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी आने वाले दिनों में हरियाणा की राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण पार्टी होगी।

बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मैं रिकाॅर्ड पर आपको कहना चाहता हूं कि मैं फिर से बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन टूटने पर चौटाला ने कहा कि मैं अब इसे संकट के तौर पर नहीं लेता। जो हो गया सो हो गया। मैं इसे अवसर के तौर पर देखता हूं। पिछली बार भी हमारी पार्टी किंगमेकर थी। आने वाले दिनों जजपा हरियाणा की सबसे महत्वपूर्ण पार्टी होगी।

ये भी पढ़ेंः Video: बिहार में युवक को तालिबानी सजा, लोगों ने बंधक बना प्राइवेट पार्ट में डाला मिर्च पाउडर

2019 में त्रिशंकु विधानसभा

हरियाणा में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में 10 जजपा एमएलए के साथ मिलकर भाजपा ने सरकार का गठन किया था। क्योंकि 2014 में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली पार्टी को 2019 के चुनाव में बहुमत से 6 सीटें कम मिली थी। इसके बाद पार्टी ने जजपा और निर्दलीयों के साथ मिलकर सरकार चलाई थी।

ये भी पढ़ेंः पिता थे नामी वकील, जूतों की दुकान से मंत्री बनने और जेल जाने तक; गोपाल कांडा का कैसा रहा सियासी सफर?

Open in App Tags :
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो