चुनाव के बाद भी कांग्रेस में गुटबाजी! नेता विपक्ष के लिए हुड्डा ने बुलाई बैठक, कोठी पर पहुंचे इतने विधायक
Haryana Assembly Election Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को उम्मीदों के मुताबिक बहुमत नहीं मिला। पार्टी को उम्मीद थी कि 10 साल बाद सत्ता में वापसी हो जाएगी। लेकिन बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रही। सभी एग्जिट पोल्स फेल हो गए। कांग्रेस को सिर्फ 37 सीटें मिलीं। अब हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन से पहले फिर कलह बढ़ती दिख रही है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 16 अक्टूबर को अपने आवास पर विधायक दल की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में 18 विधायक पहुंचे।
ये विधायक पहुंचे
मीटिंग में बेरी के विधायक डॉ. रघुबीर कादियान, बादली के विधायक कुलदीप वत्स, नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़, थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा और रोहतक के विधायक भारत भूषण बत्रा मुख्य तौर पर शामिल रहे। इसके अलावा ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बेनीवाल, फतेहाबाद के विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, फिरोजपुर झिरका के विधायक मामन खान, नूंह के विधायक आफताब अहमद, पुन्हाना के विधायक मोहम्मद इलियास, लोहारू के विधायक राजबीर फरटिया और कलायत के विधायक विकास सहारण भी हुड्डा की कोठी पर पहुंचे।
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वहीं, जुलाना से विधायक विनेश फोगाट, मुलाना की विधायक पूजा चौधरी, कलानौर की विधायक शकुंतला खटक और झज्जर की विधायक गीता भुक्कल भी पहुंचीं। वहीं, महेंद्रगढ़ सीट से हार चुके राव दान सिंह और होडल से हार चुके हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान भी मीटिंग में शामिल हुए। हाईकमान ने 18 अक्टूबर को चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसी बैठक में नेता का चयन होगा। इससे पहले हुड्डा ने अपने समर्थक विधायकों को एकजुट करना शुरू कर दिया है।
शैलजा गुट का भी दावा
माना जा रहा है कि अगर चुनाव की नौबत आई तो हुड्डा गुट अपने उम्मीदवार के लिए इन विधायकों को एकजुट कर रहा है। वहीं, सिरसा की सांसद और हुड्डा विरोधी माने जाने वालीं कुमारी शैलजा के समर्थक विधायकों का दावा भी नेता विपक्ष को लेकर है। शैलजा अपने हार चुके नेताओं को सांत्वना दे रही हैं और फील्ड में एक्टिव हैं। चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक के लिए राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, अजय माकन और पंजाब के लीडर प्रताप सिंह बाजवा को ऑब्जर्वर बनाया गया है।
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