होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

हरियाणा के वो 8 डेरे और मठ; जिनको माना जाता है 'गेम चेंजर'; आशीर्वाद के लिए लगती है नेताओं की लाइन

Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में चाहे विधानसभा चुनाव हों या लोकसभा। डेरों और मठों की भूमिका भी अहम होती है। नेता समर्थन जुटाने के लिए साधु-संतों के दर पर जाते हैं। एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव हरियाणा में संपन्न होने हैं। जिसमें डेरों की सक्रिय भूमिका देखने को मिलेगी।
08:37 PM Aug 22, 2024 IST | Parmod chaudhary
featuredImage
Advertisement

Haryana Assembly Elections: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। एक अक्टूबर को प्रदेश में वोटिंग होगी, 4 अक्टूबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। हर बार की तरह इस बार भी डेरों की भूमिका चुनाव में देखने को मिलेगी। हरियाणा में मुख्यत: 8 बड़े डेरे और मठ हैं। हरियाणा में चाहे लोकसभा चुनाव हों या विधानसभा। इन डेरों की भूमिका अहम मानी जाती है। राजनीति की भाषा में इनको 'गेम चेंजर' कहा जाता है। अभी तक सबसे अधिक प्रभाव सिरसा के डेरा सच्चा सौदा का माना जाता था।

Advertisement

वोट बैंक के चलते विपक्ष भी नहीं करता विरोध

हरियाणा में सिरसा के डेरा सच्चा सौदा को सबसे अहम माना जाता है। अभी इसके संचालक गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारियां जेल में बंद हैं। माना जाता है कि वोट बैंक के चलते ही उनको बार-बार पैरोल दी जाती है। विपक्ष भी खुलकर इसका विरोध नहीं करता। वहीं, हरियाणा के पुरी धाम, रोहतक में गोकर्ण धाम, सतजिंदा कल्याण डेरा, सांपला में डेरा कालीदास महाराज, कलानौर शहर में डेरा बाबा ईश्वर शाह और सती भाई साईं दास के भी लाखों समर्थक हैं। बाबा बालक नाथ बाबा मस्त नाथ मठ रोहतक के महंत हैं। वे खुद राजस्थान के तिजारा से भाजपा विधायक हैं। बता दें कि उनके डेरे का रोहतक, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ में काफी प्रभाव माना जाता है।

यह भी पढ़ें:…जब ताऊ देवीलाल ने गवर्नर को जड़ दिया था थप्पड़, सन्न रह गए थे लोग

माना जाता है जब भी चुनाव आते हैं, नेता खुलकर डेरों में समर्थन मांगने में सावधानी बरतते हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं। डेरों के रणनीतिकार कैंडिडेट्स और पार्टियों की स्कैनिंग शुरू कर देते हैं। फिर एक या दो दिन पहले खास समर्थकों को सीक्रेट मैसेज किया जाता है कि किसको वोट देना है? ये मैसेज इनडायरेक्ट वे में हर समर्थक तक जाता है। डेरे से जुड़ लोग बताते हैं डेरा उन्हीं कैंडिडेट्स को समर्थन देता है, जिसका अतीत में डेरे को संरक्षण रहा हो।

Advertisement

बड़े नेता भी लगाते हैं हाजिरी

हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी कई डेरों और मठों में आशीर्वाद लेते नजर आए थे। इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह, दीपेंद्र हुड्डा भी कई डेरों में हाजिरी लगाते दिखे थे। बताया जाता है कि राजनीतिक दिग्गज डेरों में नियमित तौर पर आते हैं। वहीं, लोकल लीडरशिप इनको कम महत्व देती है।

यह भी पढ़ें:इन 5 परिवारों का रहा हरियाणा की सियासत में दबदबा, पोते-पोतियों ने संभाली दादा की विरासत

यह भी पढ़ें:दो सीएम, चार बार उपचुनाव; जानिए 5 साल में कितनी बदली हरियाणा की राजनीति?

Open in App
Advertisement
Tags :
Haryana Assembly Elections 2024
Advertisement
Advertisement