4 साल में 15वीं पैरोल... हरियाणा चुनाव से ठीक पहले रिहा होगा राम रहीम! कांग्रेस ने जताया ये 'डर'
डेरा सच्चा सौदा का मुखिया और दुष्कर्म का दोषी गुरमीत राम रहीम सिंह एक बार फिर जेल से बाहर आने के लिए तैयार है। भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से उसकी पैरोल को अनुमति मिल गई है। वह 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेल से बाहर आएगा। बता दें कि पिछले 9 महीनों में यह उसकी तीसरी अस्थाई रिहाई होगी और 4 साल पहले दोषी करार दिए जाने के बाद से 15वीं बार जेल से बाहर आएगा। उसकी रिहाई को लेकर कांग्रेस पार्टी ने डर जताया है।
इन शर्तों पर दी गई राम रहीम को पैरोल
हरियाणा और पंजाब में अच्छी पकड़ रखने वाले राम रहीम की पिछली रिहाइयां भी विभिन्न चुनावों के आस-पास ही रही हैं। इस बार अपनी पैरोल के दौरान राम रहीम को कई प्रतिबंधों का पालन करना पड़ेगा। जेल से बाहर रहने के दौरान वह हरियाणा में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इसके साथ ही उसके सामने शर्त रखी गई है कि वह चुनाव संबंधी किसी भी गतिविधि का हिस्सा नहीं बनेगा, चाहे वह निजी तौर पर हो या सोशल मीडिया के जरिए। इसे लेकर हरियाणा सरकार जल्द आदेश जारी कर सकती है।
कांग्रेस ने निर्वाचन आयुक्त को लिखा पत्र
वहीं, हरियाणा कांग्रेस ने राम रहीम की पैरोल को लेकर डर जताते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक पत्र लिखा है। कांग्रेस ने अपने पत्र में आयुक्त से कहा है कि चुनाव के समय में उसकी रिहाई आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। पार्टी का कहना है कि वह चुनाव को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही एक दिवंगत पत्रकार के बेटे ने भी इसे लेकर कहा है कि रहीम को पैरोल देना लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है। इस पत्रकार की हत्या में राम रहीम और तीन अन्य को दोषी ठहराया गया था।