बेकार नहीं होते दाग-धब्बे वाले केले, जानें लें इसके गजब फायदे
Is Eating Bananas With Black Spots Safe Or Not: ज्यादातर लोग दाग-धब्बे दिखने वाले केलों को सड़ा गला समझकर डस्टबिन में डाल देते हैं। जबकि आपको बिल्कुल भी ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि आप शायद काले धब्बे केलों के बारे में नहीं जानते हैं।
सामान्य केलों के मुकाबले दाग-धब्बे वाले केले ज्यादा पौष्टिक होते हैं। ऐसे केले नेचुरल तरीके से अच्छी मात्रा में पके रहते हैं। इसका मतलब है अब ये ज्यादा फायदेमंद होते हैं। आज आपको जानना चाहिए कि दाग-धब्बे वाले केले खाने के क्या-क्या फायदे हैं और किन बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
केले में कौन-कौन से पोषक तत्व मिलते हैं?
केले में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी कांपलेक्स, कैल्शियम , कार्बोहाइड्रेट, फाइबर से भरपूर पाया जाता है।
काले धब्बे वाले केले के फायदे
हाई टीएनएफ (High Tumor Necrosis Factor)
केले पर काले धब्बे सड़े हुए केले नहीं बल्कि इसके पकने के संकेत हैं। ऐसा माना जाता है कि केले पर काले धब्बे टीएनएफ (High Tumor Necrosis Factor) को रिप्रेजेंट करते हैं। टीएनएफ एक कैंसर से लड़ने वाला पदार्थ है जो शरीर में असामान्य सेल्स से लड़ने में मदद करता है।
हाई एंटीऑक्सीडेंट (High Antioxidant)
केले जब पूरी तरह से पके होते हैं, तो उन्हें हाई एंटीऑक्सीडेंट फल कहा जाता है। यह वायरस और कैंसर सेल्स के खिलाफ इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
पुरानी बीमारियों में राहत (Chronic Diseases)
केले ज्यादा पकने का बाद इनमें मैग्नीशियम ज्यादा पाया जाता है। ये हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ितों के लिए अच्छा है और कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, दिल, डिप्रेशन, पाचन के लिए अच्छा माना जाता है।
नेचुरल एंटासिड (Natural Antacids)
केले नेचुरल एंटासिड होते हैं और सीने में होने वाली जलन से तुरंत आराम मिलता है। अगर थोड़ी सी भी जलन महसूस होती है, तो डेली एक केला खाएं।
कब्ज से राहत (Constipation)
पके केले खाने से लूज मोशन में राहत मिलती है। क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। ये कब्ज में भी राहत देने के साथ-साथ मल त्याग करने को आसान बनाती है।
कैंसर (Cancer)
काले धब्बे वाले केले में कैंसर से लड़ने की कैपेसिटी होती है। क्योंकि पके केले में ट्यूमर से लड़ने की ताकत होती है। एक रिसर्च के अनुसार, ऐसे केलों में कैंसर से लड़ने के लिए इम्यूनिटी बनाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा और व्हाइट ब्लड सेल्स बढ़ाने की कैपेसिटी में भी बढ़ोतरी होती है।
ये भी पढ़ें- Loose Motion रोकने के लिए अपनाएं 5 घरेलू उपाय, देर की तो पानी की कमी होना तय
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।