Breakfast Tips: पुरुषों की अलग क्यों हो ब्रेकफास्ट डाइट? क्या कहती है डायटिशियन
Breakfast Tips: नाश्ता हमारी डेली डाइट का एक ऐसा मील है, जिसे अवॉइड करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। ब्रेकफास्ट हेल्दी और हैवी होना चाहिए, ताकि पूरे दिन ऊर्जा बनी रहे। सेहतमंद रहने के लिए महिला और पुरुष, दोनों को ही सेहतमंद भोजन खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं, महिला और पुरुष के ब्रेकफास्ट डाइट में भी डिफ्रेंस होना जरूरी है? आइए जानते हैं इसका कारण।
मेटाबॉलिज्म में अंतर
इंडियन एक्सप्रेस में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु के क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट सुस्मिता एन. के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं का मेटाबॉलिज्म अलग-अलग होता है। दोनों ही, हार्मोन्स और जेनेटिक्स के माध्यम से भी अलग होते हैं। मेल्स की डाइट प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होनी चाहिए। वहीं, महिलाओं की डाइट में वसा का होना जरूरी है।
आइए जानते हैं इसका कारण
1. एनर्जी और मसल्स के लिए प्रोटीन
पुरुषों के शरीर में महिलाओं की तुलना में ज्यादा मसल्स और वेट होता है। मसल्स को बनाए रखने और ग्रोथ के लिए डाइट में प्रोटीन का ज्यादा होना आवश्यक है। इसलिए इन्हें ब्रेकफास्ट में अंडे, दही, नट्स, चिकन या पनीर को शामिल करना चाहिए।
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2. मेटाबॉलिज्म और कैलोरी इनटेक
पुरुषों का मेटाबॉलिज्म महिलाओं की तुलना में आमतौर पर स्ट्रॉन्ग होता है, जिससे उनके शरीर को ज्यादा कैलोरी की आवश्यकता होती है। इसलिए, मेल्स के ब्रेकफास्ट में कैलोरी की भरपूर मात्रा होनी जरूरी है ताकि उनकी बॉडी पूरे दिन एनर्जेटिक रहे।
3. हार्मोनल बैलेंस
पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन लेवल का अप-डाउन चलता रहता है। ऐसे में एक हेल्दी ब्रेकफास्ट होना इनके हार्मोनल इंबैलेंस को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है। जैसे कि जिंक और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स पुरुषों की सेहत के लिए जरूरी हैं।
4. मेंटल हेल्थ
पुरुषों को फोकस और अच्छी मेमोरी के लिए अच्छे पोषण की जरूरत होती है, खासतौर पर तब, जब वह मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण कार्यों में लगे हों। ब्रेकफास्ट में ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन बी-12 युक्त फूड्स को शामिल करने से मेंटल हेल्थ को बढ़ावा मिलता है।
5. वेट मैनेजमेंट
अगर पुरुष वजन घटाने या वेट मैनेजमेंट की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्हें एक बैलेंस्ड मील की आवश्यकता होती है। फाइबर से भरपूर फलों और सब्जियों को खाने से पेट अधिक समय तक भरा रहता है, जिससे ज्यादा खाने की क्रेविंग कम होती है।
महिलाओं की कैसी हो डाइट?
आमतौर पर महिलाओं को मेनोपॉज के बाद ज्यादा स्वस्थ और पौष्टिक भोजन खाने की आवश्यकता होती है। क्योंकि, इस स्टेज के बाद से महिलाओं को बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है। मेनोपॉज के बाद हार्ट डिजीज और डायबिटीज का रिस्क बढ़ता है, जिसे नियंत्रित रखने के लिए इन्हें एवोकाडो, नट्स और ओट्स को खाना चाहिए।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।