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Urinary Bladder Stone से बढ़ जाता है कैंसर का रिस्क! जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Cancer Causes: स्टोन की समस्या साधारण बीमारी हो गई है। शरीर के कई अंगों में स्टोन बनते हैं, जिसमें ब्लैडर भी शामिल है। एक रिपोर्ट में पाया गया है कि ब्लैडर में स्टोन होने से कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। आइए जानते हैं इस बारे में।
02:42 PM Jan 03, 2025 IST | Namrata Mohanty
Cancer Causes
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Cancer Causes: ब्लैडर में स्टोन होना एक कॉमन डिजीज है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे कैंसर का जोखिम भी रहता है? एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंबे समय तक ब्लैडर में स्टोन रहने से कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। पथरी तब बनती है, जब शरीर के उस अंग में विषाक्त यानी वेस्ट प्रोडक्ट्स जमा होने लगते हैं। ब्लैडर में स्टोन भी इस वजह से ही बनता है। यहां स्टोन होना पहले से ही एक गंभीर समस्या है लेकिन इससे कैंसर होना और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। आइए जानते हैं इससे कैसे कैंसर हो सकता है?

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ब्लैडर स्टोन और कैंसर का क्या संबंध है?

ब्लैडर में स्टोन तब बनते हैं जब पेशाब में मौजूद मिनरल्स यूरिनल एरिया में जमने लगते हैं। ऐसा अक्सर तब होता है, जब मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हो पाता है। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार, डॉ. राजेश कुमार रेड्डी, जो एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ नेफ्रोलॉजी एंड यूरोलॉजी के रोबोटिक्स डिपार्टमेंट में हैं, बताते हैं कि ब्लैडर में स्टोन होने से ब्लैडर के कैंसर के रिस्क को बढ़ा सकता है। इसके कुछ शुरुआती संकेत में यूरिनल एरिया में जलन और खुजली की समस्या होती है।

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कैसे होता है कैंसर?

एक्सपर्ट के अनुसार, इस एरिया में बार-बार खुजली या असुविधा महसूस करना ब्लैडर में सूजन हो जाती है, जिससे सेल्स में बदलाव हो सकता है। इससे संक्रमण का रिस्क बढ़ जाता है, यदि यूटीआई इन्फेक्शन भी बार-बार होता है, तो इससे भी ब्लैडर का कैंसर हो सकता है। अगर स्टोन का इलाज लम्बे समय तक न किया जाए, तो वह स्थिति भी कैंसर का कारण बनती है।

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स्टोन का इलाज न होने से बढ़ती है यह समस्या

डॉक्टर रेड्डी बताते हैं कि अगर ब्लैडर में स्टोन का इलाज जल्द न शुरू किया जाए, तो इससे कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है क्योंकि उन मरीजों में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा नामक कैंसर का सेल पनपता है। यह कैंसर स्किन कैंसर का ही एक और स्वरूप है। इस प्रकार का कैंसर तेजी से शरीर में फैलता है और प्रभावित करता है। इस पर डॉक्टर बताते हैं कि अगर स्टोन का इलाज समय पर न किया जाए, तो कैंसर का रिस्क बढ़ने के साथ-साथ अगर कैंसर का भी समय से ट्रीटमेंट न शुरू किया गया, तो वह भी ज्यादा आक्रामक हो सकता है।

ये हैं संकेत

इस प्रकार के कैंसर के शुरुआती संकेतों में

  1. पेशाब करते समय दर्द होना।
  2. पेशाब में खून आना।
  3. बार-बार पेशाब आना।
  4. पेशाब करते समय जलन होना शामिल है।

स्टोन्स से बचाव के उपाय

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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