चुनाव 2024खेलipl 2024वीडियोधर्म
मनोरंजन | मनोरंजन.मूवी रिव्यूभोजपुरीबॉलीवुडटेलीविजनओटीटी
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीipl 2023भारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

डॉक्टर की पर्ची के बिना किराना की दुकानों पर मिलेंगी आम दवाएं! जानें सरकार की नई पॉलिसी

Over The Counter Policy: केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में आम दवाओं की पहुंच को सुगम बनाने के लिए काम कर रही है। खांसी, सर्दी और बुखार की दवा लोगों को आसानी से उपलब्ध हो सके, इस दिशा में अब एक खास योजना पर काम चल रहा है। जिसके तहत लोगों को ये दवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें, इसलिए इनको जनरल स्टोर्स पर बेचे जाने की अनुमति दी जा सकती है।
10:34 AM Apr 18, 2024 IST | News24 हिंदी
किराना की दुकानों पर दवा बेचने की अनुमति देने पर सरकार विचार कर रही है।
Advertisement

Common Medicines At General Stores: भारत में अब सर्दी, खांसी, बुखार और एटांसिड जैसी आम दवाओं को जनरल स्टोर्स पर बेच जाने की अनुमति दी जा सकती है। केंद्र सरकार की ओर से एक समिति बनाई गई है, जो भारत में ओवर द काउंटर (ओटीसी) दवा नीति बनाने की दिशा में काम कर रही है। खास बात यह है कि लोगों को दवा खरीदने के लिए किसी डॉक्टर की पर्ची दिखाने की जरूरत भी किराना की दुकानों पर नहीं पड़ेगी। ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में आम दवाओं को पहुंच को आसान बनाने के लिए यह सब किया जा रहा है।

Advertisement

यह भी पढ़ें:‘एक साथ दिखना मर्डर करना नहीं’…23 साल पहले सजा पा चुके दो लोगों को HIGH COURT ने बरी किया

विशेषज्ञों की ओर से सुझाव दिए गए थे कि अभी कई इलाकों में आम दवाओं को पहुंच आसान नहीं है। अमेरिका समेत कई देशों में आम दवाओं को किराना की दुकानों से बेच जाने की छूट है। इसलिए उनकी तर्ज पर भारत में भी ओटीसी लागू करने पर विचार होना चाहिए। जिसके बाद नीति बनाने को लेकर केंद्र की गठित समिति ने सोमवार को कई सुझावों पर चर्चा की है।

Advertisement

सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि ओवर द काउंटर में सिर्फ वही दवाइयां शामिल की जाएंगी, जिनको डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना बेचने की परमिशन है। यूएसए, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसी ही नीति दवाइयों की खरीद, उपयोग को लेकर लागू है।

फरवरी में ओटीसी के लिए बनी थी समिति

इसी साल फरवरी में ओटीसी दवा नीति तैयार करने के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल ने समिति बनाई थी। समिति की ओर से हाल ही में दवाओं की पहली लिस्ट सौंपी गई थी, जिनको बेचा जा सकता है। इसमें जोड़-घटा के लिए ही सोमवार को मीटिंग बुलाई गई।

काउंटर पर बेची जाने वाली दवाओं के लिए नियम नहीं

भारत में काउंटर पर बेची जाने वाली दवाओं के लिए नियम नहीं हैं। जबकि प्रिस्क्रिप्शन दवा के लिए नियम हैं। उसी दवा को ओटीसी माना जाता है, जिसको विशेष रूप से प्रिस्किप्शन मेडिसिन नहीं बताया जाता। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस संबंध में अभी चर्चा चल रही है।

 

Advertisement
Tags :
health news
Advertisement
Advertisement