कोरोना से भी खतरनाक है आंखों की यह बीमारी, जानें शुरुआती संकेत और बचाव
Deadly Eye Virus Symptoms: कोरोना एक वैश्विक महामारी थी, जिसके रोगी पूरी दुनिया में पाए गए थे। इस संक्रमण से लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। इसके बाद से गंभीर और फैलने वाली बीमारियों से लोगों के अंदर भय की भावना पैदा हो गई है। कुछ समय पहले मंकीपॉक्स भी जोरों-शोरों से फैल रहा था। अब आंखों का एक नया संक्रमण दुनियाभर के लोगों को प्रभावित कर रहा है। इसे मारबर्ग वायरस या फिर ब्लीडिंग आई वायरस के नाम से भी जाना जाता है। इस वायरस की चपेट में आने से रवांडा के 15 लोगों की जान चली गई है। साथ ही, पूरे अफ्रीका में सैंकड़ों लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, पिछले दो महीनों में, यह प्रकोप 17 अफ्रीकी देशों में भी फैल गया है, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं। आइए जानते हैं इस वायरस के बारे में सबकुछ।
मारबर्ग वायरस क्या है?
मारबर्ग डिजीज एक ऐसा खतरनाक वायरस है, जो फिलोविरिडे नामक वायरस के परिवार से संबंधित होता है। इस वायरस को इबोला वायरस की तरह ही गंभीर और जानलेवा माना जा रहा है। मारबर्ग वायरस के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारी को मारबर्ग वायरस रोग कहते हैं। यह रोग एक दुर्लभ रोग है, लेकिन कभी-कभी अफ्रीका के कुछ क्षेत्रों में इसका प्रकोप तेज हो जाता है। इन प्रकोपों के दौरान, कुछ लोगों से लेकर सैकड़ों लोग एक ही समय में संक्रमित हो जाते हैं। यह वायरस चमगादड़ से लेकर बंदर से मनुष्यों तक फैला है।
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मारबर्ग वायरस के शुरुआती संकेत
- बुखार आना, इसमें शरीर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा हो सकता है।
- थकावट और कमजोरी महसूस होना।
- गंभीर सिरदर्द जो फ्लू जैसा ही होता है।
- गहरी सांस लेने में कठिनाई महसूस करना।
- पेट की समस्याएं जैसे उल्टी, दस्त, और दर्द होना।
- ब्लीडिंग, इसमें आंख, नाक, मसूड़ों, पेट या आंतों से ब्लीडिंग हो सकता है। इस संकेत से स्थिति को और गंभीर होने का संकेत मिलता है।
- गला खराब होना।
मारबर्ग वायरस कैसे फैलता है?
- दूषित खून के संपर्क में आने से।
- पेशाब के संपर्क में आने से।
- पूप यानी मल के जरिए।
- थूक से भी यह वायरस फैलता है।
- फिजिकल रिलेशन से।
बचाव के उपाय
- बचाव के तरीकों में आपको सबसे पहले तो चमगादड़ों के संपर्क में आने से बचना शामिल है।
- अगर नॉनवेज खाते हैं, तो पहले मांस को अच्छी तरह से साफ करें और पकाएं।
- हाथों और पैरों की सफाई मेंटेन रखें।
- संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचें।
- अल्कोहल-आधारित सैनिटाइजर का उपयोग करें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।