Delhi Pollution: साइनसाइटस के मामलों में उछाल, प्रदूषण है मुख्य कारण!
Delhi Pollution: दिल्ली में दिवाली के बाद से पॉल्यूशन तेजी से बढ़ रहा है। लोगों को सांस लेने में दिक्कतें महसूस हो रही हैं। दिवाली के अगले दिन यानी 1 नवंबर को दिल्ली की हवा सबसे ज्यादा जहरीली मानी गई थी। शनिवार सुबह 7 बजे राजधानी दिल्ली का AQI 296 तक दर्ज किया गया था। प्रदूषण के चलते दिल्ली और नोएडा के बच्चों को तरह-तरह की बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पाया गया कि दिल्ली के बच्चों में साइनसाइटिस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में सब कुछ।
साइनसाइटिस क्या है?
साइनसाइटिस में सर्दी, जुकाम और साइनस की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्रदूषित हवा के चलते नाक और श्वास नली पर प्रभाव पड़ता है, जिससे यह बीमारी होती है। साइनसाइटिस के चलते नाक में जलन, नाक बहना, सूजन और बलगम बनने की समस्या हो सकती है।
#WATCH | Delhi: Air quality around Lodhi Road at 227, categorised as 'Poor' according to the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/Sed1Nd6rXV
— ANI (@ANI) November 2, 2024
छोटे बच्चों को साइनसाइटिस क्यों हो रहा है?
हालांकि, इसके कई कारण हो सकते हैं, पॉल्यूशन के छोटे पार्टिकल्स सांस के जरिए बच्चों के शरीर में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे इसके मामले भी बढ़ रहे हैं। यह इन दिनों सबसे आम कारण है बच्चों में साइनसाइटिस होने का। इसके अलावा, कमजोर इम्यूनिटी, बच्चे को पहले से ही एलर्जी की समस्या होना या शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी ऐसा हो सकता है।
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साइनसाइटिस के शुरुआती संकेत
- बच्चे को सांस लेने में परेशानी होना।
- नाक बहना या बंद रहना।
- आंखों का लाल होना और तेज सिरदर्द।
- हल्का या तेज बुखार होना।
- बच्चे का मुंह से सांस लेना भी एक संकेत है।
- सोते समय बहुत ज्यादा खांसी उठना।
इससे बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स
- प्रदूषण से बचाव के लिए नाक और मुंह को कवर करके रखें, इसके लिए मास्क का प्रयोग कर सकते हैं।
- दिल्ली की हवा इस वक्त ज्यादा जहरीली है, इसलिए बच्चों को घर में ही रखें।
- घर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
-अगर आपको बच्चें में इनमें से कोई लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इसके अलावा, कोशिश करें कि बाहर के स्ट्रीट एनिमल्स से भी बच्चे का संपर्क न हो सके, क्योंकि उनसे भी इंफेक्शन हो सकता है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।