फल बेहतर या जूस? पीने से पहले इन 6 बातों को जरूर ध्यान में रखें, क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Fond Of Juices: सोशल मीडिया पर आजकल कई रील्स में हेल्थ से जुड़ी चीजें आप देख सकते हैं। कई लोग रिल्स में आपको दिख जाएंगे फ्रूट जूस पीते दिख जाएंगे। फलों में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं और ये हमारी सेहत के लिए बेस्ट माने जाते हैं। कई लोगों को ऐसा लगता है कि फलों को खाने की बजाय जूस पीना फायदेमंद रहता है। जबकि कई एक्सपर्ट कहते हैं कि फलों का रस पीना जानलेवा हो सकता है।
अगर आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, तो जूस पीने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि ऐसा न करने से आपकी सेहत पर खतरा मंडरा सकता है और कुछ साइड इफेक्ट्स भी देखने पड़ सकते हैं, यहां जानिए, कैसे...
पैक्ड जूस और बाहर मिलने वाला जूस
कई बार बाहर के जूस में फ्लेवर या पानी मिला दिया जाता है, जिससे जूस का फायदा आपको मिल नहीं पाता है। वहीं, पैक्ड जूस में 100% नेचुरल फलों का जूस हो ये मुमकिन नहीं है। ऐसे में घर का बना फलों का जूस पीना ज्यादा बेहतर होता है।
जूस पीने के बजाय फल खाना हेल्दी होता है?
फल के रस में भी उतने ही न्यूट्रिशन होते है, जितने फल में होते हैं। दरअसल, फलों के रस में फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते है, जो हेल्थ के लिए अच्छे होते है। हां, यह जरूर कह सकते है कि फलों में मौजूद फाइबर पेट के लिए काफी फायदेमंद हो सकते है, लेकिन जूस पीने से आप तुरंत एनर्जेटिक हो जाते हैं। असल में जूस बॉडी में इंटरफेरान (Interferons) और एंटीबॉडी (Antibodies) के लेवल को बढ़ाता है और इनमें पाया जाने वाला नेचुरल शुगर दिल को मजबूत करता है।
पैक्ड जूस पीने से फिट रहते हैं?
बंद डिब्बे जूस में हाई कैलोरी होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है। इनमें एनर्जी का लेवल बहुत ज्यादा होता है। इनके इस्तेमाल से भूख तो बढ़ती है, लेकिन वजन बढ़ने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसे में वजन कम करने की कोशिशें बेकार हो जाती है।
फलों का मिक्स जूस ज्यादा हेल्दी है?
दो फलों से बना कोई भी जूस फायदा ही करता है। सेब, अंगूर और संतरे जैसे फलों का रस मिलाकर पीने से दिल की समस्या के साथ-साथ संक्रमण का खतरा हो सकता है। दरअसल, ये फल दवाइयों के असर को आधा करते है। कनाडा के वेस्टर्न ओंटारियो यूनिवर्सिटी की रिसर्च टीम के मुताबिक, कुछ खास दवाओं के साथ फलों के रस को पीने से उस दवा के असर को कम कर सकता है। अगर आप पी रहे है, तो शुरू में केवल 100 मिली जूस ही लें। इसके बाद रोजाना 50 मिली के हिसाब से बढ़ाएं। 400 मिली से ज्यादा मिक्स जूस कतई न लें।
अगर दिनभर में दो से तीन बार जूस पीना है, तो एक ही फल का पिएं
अच्छा रहेगा कि आप बदल-बदल कर जूस पीएं। एक बार आप जिस का जूस पी चुके है, उसे दोबारा न लें। अगली बार दूसरे फल का जूस लें। इससे आपका फैट नहीं बढ़ेगा।
पैक्ड जूस पीने से पेट से जुड़ी दिक्कत नहीं है?
कुछ फलों में सॉर्बिटॉल जैसी शुगर होती है, जिससे पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है। चेरी, नाशपाती, एपल जैसे फलों में ऐसा ही शुगर पाया जाता है। इन फलों के पैक्ड जूस को पीते हैं, तो गैस, डायरिया का चांस बढ़ता है। बंद डिब्बे वाले जूस पीने से आपको नेचुरल फाइबर नहीं मिल पाता है।
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