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Early Puberty क्या, लड़कियों पर क्या असर? स्त्री रोग विशेषज्ञ से जानें हर सवाल का जवाब

Early Puberty Causes In Girls: लड़कियां कब बड़ी हो जाती हैं इस बात का पता नहीं चल पाता है। अगर टाइम से पहले उनकी बॉडी में फिजिकल चेंज आने लगते हैं, तो ये सोचने वाली बात है। लड़कियों को अर्ली प्यूबर्टी का शिकार जल्दी क्यों होती हैं और इसका उनपर क्या नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है, आइए जान लेते हैं। 
06:36 PM Jun 05, 2024 IST | Deepti Sharma
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लड़कियों में समय से पहले प्यूबर्टी आने के कारण

Early Puberty Causes In Girls: एक उम्र के बाद लड़कियों की बॉडी में कई तरह के चेंज आने लगते हैं, जिसे प्यूबर्टी बोलते हैं। 11 से लेकर 13 साल की लड़कियों में प्यूबर्टी के लक्षण दिखने लगते हैं, लेकिन कई बार उम्र से पहले ही लड़कियों में प्यूबर्टी यानी असामयिक यौवन की शुरुआत होती है, इसे लेकर अक्सर महिलाओं के मन में सवाल उठते हैं कि ये क्यों होता है और लड़कियों पर इसका क्या असर होता है। यह जानने के लिए हमारी एक्सपर्ट डॉ. बिनल शाह एमडी (प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ) ने Early Puberty से जुड़े कई सवालों पर जवाब दिए।

क्या है Early Puberty ?

ज्यादातर लड़कियों के शरीर में 9 से 11 साल की उम्र में फिजिकल चेंज आने शुरू हो जाते हैं, लेकिन कई बार 6-7 साल की लड़कियों को भी प्यूबर्टी आ जाती है। इसे ही प्रीकोशियस प्यूबर्टी (Precocious Puberty) बोला जाता है।

Early Puberty के लक्षण

Early Puberty के कई लक्षण इस प्रकार दिख सकते हैं, जैसे-

  • ब्रेस्ट साइज चेंज होना (ब्रेस्ट के नीचे छोटी सी गांठ दिखना)
  • प्यूबिक एरिया और अंडरआर्म पर बाल आना (शुरुआती लक्षण)
  • पीरियड्स का शुरू होना (जिसके बाद सही मायनों में लड़कियां बड़ी होने लगती हैं)

लड़कियों में क्यों ज्यादा पाई जाती है Early Puberty Problem

प्रीकोशियस प्यूबर्टी की प्रॉब्लम लड़कों से ज्यादातर लड़कियों में मिलती है। इसके साइड इफेक्ट भी होते हैं। अगर ऐसा होता है तो लड़कियों की हाइट नहीं बढ़ती है। इसके अलावा पीरियड्स के लिए लड़कियां पूरी तरह से रेडी नहीं हो पाती हैं।

Early Puberty का कारण 

Early Puberty की कोई वजह नहीं होती है। बस कुछ हारमोंस समय से बदलाव की ओर होते हैं और अगर ऐसा होता है, तो 6 से 7 साल में लड़कियों के ब्रेस्ट साइज में चेंज आना शुरू हो जाता है।

आप जोखिम को कैसे कम कर सकते हैं?

युवा लड़कियों को हेल्दी और फिट लाइफ जीने में मदद करने के लिए सबसे पहले तो हेल्दी डाइट खाएं- जिस में मौसमी और ताजे फल और सब्जियां शामिल होनी चाहिए। ये समय से पहले प्यूबर्टी और पीरियड के कुछ जोखिम फैक्टर को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी करें।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है। 

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