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मटके का पानी पीने के फायदे तो मालूम हैं, आज नुकसान भी जान लीज‍िए

Matke ka paani : गर्मियों में मटके का पानी पीना काफी सेहतमंद माना जाता है। मटके के पानी में मिट्टी के ढेर सारे गुण मिल जाते हैं जिससे पानी की क्वॉलिटी बढ़ जाती है। अगर मटके की देखभाल सही से न की जाए और पानी रोज न बदला जाए तो यह सेहत को बिगाड़ भी सकता है। जानें, किस तरह की अनदेखी से मटके का पानी नुकसानदायक हो सकता है:
03:53 PM Apr 13, 2024 IST | News24 हिंदी
मटके का पानी काफी गुणकारी माना जाता है
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Matke ka paani : गर्मियों में मटके का पानी हमेशा से लोगों की पहली चॉइस रहा है। मार्केट में इन दिनों जगह-जगह मटके मिल रहे हैं। मटके का पानी शरीर को फायदा पहुंचाए, इसके लिए जरूरी है कि मटका न केवल साफ मिट्टी से अच्छे से पकाया गया हो बल्कि उससे पानी लेने में भी सफाई का ध्यान रखें। जरा-सी लापरवाही से मटके का पानी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

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इन गुणों की खान है मटका

इन 3 तरीकों से पहचानें सही मटका

1. पेंट और कलर जरूर देखें

ऐसा मटका खरीदें जिसके अंदर किसी भी प्रकार का पेंट या कलर न हो। अंदर पेंट या कलर होने ये यह पीने वाले पानी के संपर्क में बना रहता है जिससे हानिकारक केमिकल पानी के साथ शरीर में चले जाते हैं। वहीं अगर कलर या पेंट बाहर भी नहीं है तो और ज्यादा बेहतर है। अगर बाहर पेंट या कलर है तो उसे उंगली से रगड़कर देखें। अगर वह चिकना लगे और उंगली पर उसका निशान न आए तो ऐसे मटके को खरीदने से बचें।

2. POP वाला मटका ऐसे पहचानें

मार्केट में सफेद रंग वाले भी मटके मिल रहे हैं। दवा किया जाता है कि ये लाल रंग वाले मटके से ज्यादा बेहतर होते हैं और इनमें पानी ज्यादा ठंडा होता है। अगर सफेद रंग का मटका खरीद रहे हैं, तो उसकी बाहरी सतह को उंगली से रंगड़कर देखें। अगर उंगली पर सफेद पाउडर लग जाए तो उसमें POP मिला होता है। यह POP एक केमिकल है जो सेहत के लिए हानिकारक है।

3. चमक पर न जाएं

अगर कोई मटका चमकीला दिखाई दे तो उसे न खरीदें। दरअसल, काफी मटकों पर चमक या सिरेमिक की कोटिंग होती है। इस चमक के लिए रंग या वार्निश का इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। वहीं सिरेमिक की कोटिंग से भी सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

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मटके का पानी काफी गुणकारी माना जाता है

सफाई भी है जरूरी

मटके की लगातार सफाई भी जरूरी है। सफाई न होने पर मटके में फंगस लग जाती है जिससे पानी की क्वॉलिटी खराब हो जाती है और वह पीने योग्य नहीं रह जाता। मटके को हफ्ते में दो दिन अंदर और बाहर, दोनों तरफ से साफ करें। अंदर के हिस्से को किसी कपड़े से रगड़कर साफ करें ताकि फंगस न लग सके। साफ करने के बाद मटके को धूप में सूखने के लिए छोड़ दें। जब मटका सूख जाए तो फिर से पीने के लिए पानी भर लें।

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टोंटी से नुकसान नहीं

बेहतर होगा कि ऐसा मटका खरीदें जिसमें टोंटी न हो। इसके कई फायदे हैं। कई बार टोंटी खराब आ जाती है जिससे पानी की बूंदें टपकती रहती हैं या ये बहुत जल्दी खराब हो जाती हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों का मानना है कि टोंटी होने से मटके के पानी को बिना छूए ही निकाला जा सकता है। वैसे टोंटी से कोई नुकसान नहीं है।

Disclaimer: News24 की ओर से किसी जानकारी को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है। पाठक अमल करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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