मां-बेटे की मौत की वजह बनी वॉशिंग मशीन, कहीं आप तो नहीं करते ये 5 गलतियां
ऐसा ही मामला देखा गया, जहां 30 साल की एक महिला और उसके बेटे की करंट लगने से मौत हो गई है। दरअसल, वह अपने बेटे को बचाते हुए वॉशिंग मशीन से करंट लगा और एक झटके में मौत हो गई। जब उसने वॉशिंग मशीन की खराब केबल से दूर खींचने की कोशिश करते समय झटका लगने पर मौत हो गई है।
बिजली का झटका लगने पर व्यक्ति को अलग-अलग प्रकार के चोट, घाव, और अन्य संबंधित चिकित्सा समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन बिजली के झटके दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी, जांच बढ़ना, चोटों का नुकसान, दिल की धड़कन, टेंडन डैमेज हो सकता है। जब किसी को बिजली का झटका लगता है, तो वो आमतौर पर तुरंत मेडिकल हेल्प की जरूरत होती है।
वॉशिंग मशीन का यूज करते समय इन बातों का ध्यान रखें
उपकरणों की सुरक्षा करें
अगर आप वॉशिंग मशीन को साफ कर रहे हैं, तो सभी सूचनाओं का पालन करें और सभी बिजली कनेक्शन को बंद कर दें।
नमी से बचाव करें
कभी भी वॉशिंग मशीन को यूज करने से पहले अपने हाथों को सुखाएं। वॉशिंग मशीन के लिए सूखे हाथों से उपयोग करना बिजली के झटके से बचाव कर सकता है।
वॉशिंग मशीन का ठीक से इस्तेमाल करें
वॉशिंग मशीन के साथ-साथ सही तरीके से इस्तेमाल करना जरूरी है। इसका मतलब है कि वॉशिंग मशीन के इस्तेमाल की सही तकनीकों को सीखना चाहिए और उन्हें सेफली तरीके से अपनाना चाहिए।
वॉशिंग मशीन के साथ न खेलें
किसी भी वॉशिंग मशीन के साथ खेलना एक अच्छा विचार नहीं है। यह आपको बिजली के झटके के खतरे के लिए खोल देता है।
वॉशिंग मशीन को ठीक से इंस्टॉल करें
वॉशिंग मशीन को सही तरीके से इंस्टॉल करना जरूरी है। इससे बिजली के झटके के जोखिम को कम किया जा सकता है।
मेडिकल इमरजेंसी की कब जरूरत होती है?
- शरीर पर गंभीर जलने के निशान
- कन्फ्यूज़्ड रहना
- सांस लेने में दिक्कत
- दिल की धड़कने धीमी या तेज होना
- कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक का खतरा
- मांसपेशियों में दर्द या अकड़न
- बेहोश होना
किसी को करंट लगे तो कैसे उसकी मदद करें
- जहां से करंट लगा है उसको टच न करें।
- जिसे करंट लगा है, उसे न हिलाएं।
- जहां से बिजली आई, कोशिश करें कि उस सोर्स को बंद कर दें।
- जिसे करंट लगा है, उसकी सांसें चेक करें और देखें कि धड़कन है या नहीं।
- सांस लेने में परेशानी आ रही है, बेहोश है, मांसपेशियों में दर्द, तो मेडिकल हेल्प लें।
- अगर व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी या कोई हलचल नहीं दिख रही है, तो उसे सीपीआर दें।
- घायल व्यक्ति का शरीर ठंडा न पड़ने दें।
- जहां-जहां जल गया है उन जगहों पर पट्टी या दवाई लगाएं।
- ब्लैंकेट का इस्तेमाल न करें, क्योंकि उसके रोए जले हुई त्वचा पर चिपक सकते हैं।
ये भी पढ़ें- गर्मियों के दौरान अपने पेट को हेल्दी रखना चाहते हैं?
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।