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फेमस इन्फ्लुएंसर की Ovarian Cancer से मौत, ये हैं इसके 6 शुरुआती संकेत, जानें कैसे करें बचाव
Ovarian Cancer Warning Sign: लोकप्रिय फैशन इन्फ्लुएंसर सुरभि जैन का कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया, उनकी फैमिली ने इस खबर को सोशल मीडिया पर साझा किया।
डॉक्टरों के अनुसार, दो साल पहले सुरभि की दो बैक-टू-बैक सर्जरी हुईं, जिसमें उसकी ओवरी हटा दी गई थी। चलिए जान लेते हैं क्या है ओवेरिनयन कैंसर, कैसे होता है और कैसे इसका पता चलता है, आइए जानें इसके बारे में सबकुछ..
ओवेरिनयन कैंसर क्या है?
ओवेरिनयन का कैंसर ओवरी में शुरू होता है, जो फीमेल रिप्रोडक्टिव सिस्टम में होता है, जहां अंडे बनते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, ओवेरिनयन के कैंसर का पता लगाना मुश्किल है, क्योंकि लक्षण अक्सर बाद के चरणों तक विकसित नहीं होते हैं। डॉक्टर इस कैंसर का इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी और अन्य कैंसर उपचारों से करते हैं।
ओवेरिनयन कैंसर केशुरुआती संकेत और लक्षण
डॉक्टरों का कहना है कि ओवेरिनयन का कैंसर किसी भी लक्षण के प्रकट होने से पहले ही विकसित होता है और पूरे पेट में फैल जाता है, जिससे इसका जल्दी पता लगाना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, इसके कुछ लक्षण इस प्रकार से हैं..
- पेल्विक या पेट में दर्द, बेचैनी, या सूजन होना
- खाने की आदतों में बदलाव, जल्दी पेट भर जाना और भूख कम लगना
- वजाइनल डिस्चार्ज खासकर अगर ब्लीडिंग आपके सामान्य मेंस्ट्रुअल साइकिल के बाहर या मेनोपॉज से गुजरने के बाद होता है।
- लूज मोशन या कब्ज
- पेट के आकार बढ़ना
- अधिक बार पेशाब आना
ओवेरिनयन कैंसर का कारण क्या है और यह कैसे फैलता है?
ओवेरिनयन के कैंसर का सटीक कारण नहीं पता है, लेकिन कई लोगों में इस स्थिति के विकसित होने का जोखिम थोड़ा अधिक होता है।
- 60 वर्ष से अधिक आयु होना
- मोटापा
- ओवेरिनयन के कैंसर का पारिवारिक इतिहास
- एंडोमेट्रियोसिस
डॉक्टरों के अनुसार, जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, ओवेरिनयन कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि ओवेरिनयन का कैंसर आमतौर पर आपके पेल्विस से आपके लिम्फ नोड्स, पेट, आंतों, पेट, छाती या लिवर तक फैलता है।
ओवेरिनयन कैंसर को कैसे रोक सकते हैं?
ओवेरिनयन के कैंसर से पीड़ित 80 % से अधिक महिलाएं प्रारंभिक उपचार के बाद ठीक हो जाती हैं, लेकिन लगभग 60 % को फिर से कैंसर हो जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि प्रारंभिक सर्जरी और कीमोथेरेपी पूरी होने के तुरंत बाद रखरखाव थेरेपी शुरू की जाती है।
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